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एमएनएनआईटी दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि इंफोसिस के सह-संस्थापक और मानद अध्यक्ष डा. एनआर नारायण मूर्ति ने कहा कि हमारे देश में गरीबी को हटाने का एकमात्र तरीका है कि हम समस्या को पहचानने और हल करने के लिए सक्रिय हों। यह काम पेशेवर युवाओं को अनुशासित होकर कड़ी मेहनत और स्मार्ट तरीके से करना होगा। एक पेशेवर व्यक्ति ही उत्कृष्टता प्राप्त करता है। वह अपनी टीम के साथ पूर्ण तालमेल के साथ काम करता है।
एमएनएनआईटी के दीक्षांत समारोह में बोलते इन्फोसिस से सह संस्थापक एन नारायण मूर्ति।
– फोटो : अमर उजाला।
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नए भारत के निर्माण की जिम्मेदारी युवाओं पर है। विकासशील भारत को विकसित देश की श्रेणी में लाने के लिए पेशेवर तरीके से काम करना होगा। यह काम अकेले का नहीं, टीम वर्क का है। यह बातें मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) के 20वें दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि इंफोसिस के सह-संस्थापक और मानद अध्यक्ष डा. एनआर नारायण मूर्ति ने कही।
उन्होंने कहा कि हमारे देश में गरीबी को हटाने का एकमात्र तरीका है कि हम समस्या को पहचानने और हल करने के लिए सक्रिय हों। यह काम पेशेवर युवाओं को अनुशासित होकर कड़ी मेहनत और स्मार्ट तरीके से करना होगा। एक पेशेवर व्यक्ति ही उत्कृष्टता प्राप्त करता है। वह अपनी टीम के साथ पूर्ण तालमेल के साथ काम करता है। उन्होंने टीम वर्क का उदाहरण अमेरिकी बास्केटबॉल के दिग्गज माइकल जॉर्डन के शब्दों में कहा कि प्रतिभा खेल जीतती है, लेकिन टीम वर्क चैंपियनशिप जीतती है।
आज के दाैर में बड़ी और जटिल परियोजनाओं को टीम वर्क के माध्यम से हल किया जाता है। किसी भी संगठन के लिए एक पेशेवर का मूल्य उसके सोचने, प्रासंगिक डेटा एकत्र करने, विश्लेषण करने, तार्किक निष्कर्ष निकालने और निर्णायक कार्रवाई करने की क्षमता से आता है। वह कठोर और निष्पक्ष निर्णय लेते हुए अपनी मूल्य प्रणाली को कायम रखते हुए प्रगति हासिल करता है।
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