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जिस तरह पुलिस थाना क्षेत्र के बदमाशों पर निगरानी करती है वैसे ही दूध में मिलावट करने वालों पर निगाह रखें। जिन डेयरियों पर बार-बार गड़बड़ी मिलती है, उनको ब्लैक लिस्ट में डालें। ऐसे संस्थानों की जांच तीन महीने में एक बार जरूर करें। सिर्फ नमूने लेकर जुर्म
.
रिपोर्ट में गड़बड़ी आने पर तीन दिन में संस्थान को सील कर दें ताकि उसे सबक मिल सके। यह बात रिटायर संभाग आयुक्त बीएम शर्मा व रिटायर जिला न्यायाधीश संजय चतुर्वेदी ने मिलावट रोकने के प्लान संबंधी शनिवार को हुई बैठक में चर्चा के दौरान कही। इन दोनों अधिकारियों की कमेटी हाईकोर्ट ने बनाई है। इन्हें दो महीने में रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत करनी है। इस बैठक में कलेक्टर रुचिका चौहान, एसपी धर्मवीर सिंह, सीएमएचओ सहित खाद्य सुरक्षा अधिकारी मौजूद थे।
इन बिंदुओं पर हुई चर्चा
दूध की 5-6 बड़ी डेयरियों पर किट रखी जाएं। {ऐसे गांव जहां से ज्यादा दूध आता है वहां सरपंच-सचिव को जांच की ट्रेनिंग दें।
मिलावट की सूचना कोई भी व्यक्ति मोबाइल नंबर 7999577244 पर दे सकता है।
रिपोर्ट सही न आने पर तत्काल रजिस्ट्रेशन, लाइसेंस सस्पेंड करें। इस साल 43 रजिस्ट्रेशन, 2 लाइसेंस सस्पेंड हुए।
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