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इंदौर में स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रध्वज तिरंगा लगाते समय एक जज का 10 वर्षीय बेटा बिजली के खुले तारों से करंट लगने से झुलस गया। इस बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि हादसे को लेकर अज्ञात लाइनमैन और मीटर रीडर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त आनंद यादव ने बताया कि पंढरीनाथ थाना क्षेत्र में यह हादसा गुरुवार शाम तब हुआ, जब एक अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश का 10 वर्षीय बेटा स्वतंत्रता दिवस पर अपने घर की दूसरी मंजिल स्थित गैलरी में तिरंगा झंडा लगा रहा था। उन्होंने बताया कि न्यायाधीश के घर के एकदम नजदीक से गुजर रही बिजली की लाइन से झंडे का लोहे का पाइप छू जाने से लड़के को करंट का तेज झटका लगा और वह झुलस गया।
यादव के मुताबिक हादसे के बाद लड़के को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के बाद उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। उन्होंने बताया कि अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश की शिकायत पर अज्ञात लाइनमैन और मीटर रीडर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 118(1) (खतरनाक साधनों से चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यादव के मुताबिक खरगोन जिले में पदस्थ न्यायाधीश ने अपनी शिकायत में कहा है कि उनके घर की दूसरी मंजिल की गैलरी के सामने बिजली की उच्च क्षमता वाली लाइन गुजर रही है जिसके तारों को खतरनाक रूप से खुला छोड़ा गया है और बिजली विभाग ने इससे नागरिकों की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि न्यायाधीश का कहना है कि इस गंभीर लापरवाही को लेकर क्षेत्रीय लाइनमैन और मीटर रीडर को बार-बार शिकायत की गई थी, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया।
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