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हाथों में हथकड़ी लगाकर रक्तदान करते हुए NHM कर्मचारी
फरीदाबाद में एनएचएम कर्मचारियों ने हड़ताल का 21वे दिन स्वतंत्रता दिवस पर हाथों में हथकड़ी लगाकर विरोध जाताया। साथ ही उन्होंने कोरोना योद्धा की किट पहनकर रक्तदान किया।
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डॉक्टर गजेंद्र अधना, एम्बुलेंस चालक पदम सिंह और एएनएम उर्मिला ने बताया कि वह अपनी कुछ मांगों को लेकर पिछले 20 दिन से लगातार हड़ताल पर है।लेकिन सरकार की तरफ से उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला है। उनकी मांग है कि उन्हें पक्का किया जाए और सातवां वेतन देने की जो सरकार ने घोषणा की थी, उसे पूरा किया जाए।
सरकार की तरफ से कोई आश्वासन न मिलने के चलते उनका 21 दिन से लगातार प्रदर्शन चल रहा है। आज उन्होंने अपने हाथों में हथकड़ी पहनकर रक्तदान किया। इससे संदेश दिया कि आज भी वह लोग लगभग 20-25 साल से एनएचएम के तहत काम कर रहे हैं। लेकिन उनके हाथ आज भी हथकड़ियों में जकड़े हुए हैं। क्योंकि ना तो वह परमानेंट है और ना ही उन्हें उनके काम का वेतन दिया जा रहा है। परमानेंट कर्मचारियों को अधिक वेतन मिल रहा है।
कोरोना में जान हथेली पर रखकर निभाया फर्ज
कोरोना की ड्रेस पहनकर और रक्तदान करने वाले एम्बुलेंस चालक पदम ने बताया कि कोरोना काल में उन्होंने अपनी जान हथेली पर रखकर अपना फर्ज निभाते हुए लोगों की जान बचाने का काम किया। उस समय सरकार ने उन्हें कोरोना योद्धा कहकर संबोधित किया था। लेकिन सरकार से जब अपनी मांगों को लेकर बात करते हैं, तो सरकार कहती है कि उन्होंने गलती से उन्हें कोरोना योद्धा कह दिया था।
पदम ने बताया कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक वह लोग अपने धरना जारी रहेगा। अगर हड़ताल के चलते मरीजों को कोई परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो उसकी जिम्मेदार सरकार है। वह लोग नहीं चाहते कि किसी भी मरीज को उनके चलते किसी भी परेशानी का सामना करना पड़े। सरकार को हमारी मांगों पर ध्यान देना चाहिए।
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