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हजारीबाग में हवलदार हत्या मामला ; सीसीटीवी आया सामने
कैदी वार्ड में ड्यूटी के दौरान अपराधी शाहिद अंसारी के द्वारा हवलदार चौहान हेंब्रम की हत्या कर दिए जाने के मामले की जांच तेज हो गई है। इस संबंध में कैदी वार्ड की सुरक्षा में लगाए गए दूसरे हवलदार वासुदेव महतो के बयान पर कांड संख्या 311/ 24 धारा 262, 26
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इधर एसपी अरविंद कुमार सिंह के द्वारा गठित एसआईटी टीम अपराधी के धनबाद के चासनाला पाथरडीह पहुंच गई। इस टीम का नेतृत्व सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सपन कुमार महथा कर रहे थे। घंटों तक उसके घर के परिवार व आसपास के लोगों से पूछताछ के साथ-साथ जांच पड़ताल हुई। इधर घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। जिसमें अपराधी पहले दरवाजे के टूटे शीशे से बाहर झांक कर देखता है। इसके दरवाजा खोल कर बाहर आता है। फिर दरवाजे को बाहर से बंद कर उस पर हथकड़ी टांग कर पैदल चला जाता है।
घटना के बाद जांच करते हजारीबाग एसपी
जेल आईजी सुदर्शन मंडल पहुंचे हजारीबाग
वहीं शाहिद अंसारी को जेल से किस परिस्थिति में रेफर किया गया। आखिर वह झूठ बीमारी बताकर जेल चिकित्सक को चकमा देने में सफल रहा या फिर जेल कर्मियों के समर्थन से उसे बहाना बनाने में बल मिला इसकी जांच करने के लिए जेल आईजी सुदर्शन मंडल हजारीबाग सेंट्रल जेल पहुंचे। मंगलवार की शाम 7:30 बजे तक जांच में जुटे रहे।
इस दौरान हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह, सदर एसडीओ शैलेश कुमार ,सदर सीओ मयंक भूषण मौजूद रहे। कारा अधीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह भी साथ-साथ थे।इस दौरान अस्पताल में भर्ती अन्य मरीजों के संबंध में भी जांच हुई कि वह सारी सुख सुविधा प्राप्त करने के लिए अस्पताल में बीमारी बता कर भर्ती हैं या फिर वास्तव में वह बीमार हैं। यह भी जांच किया गया की फरार बंदी जेल में जिस वार्ड में रखा गया था उनकी सुरक्षा में कब-कब कौन-कौन सुरक्षाकर्मी तैनात रहे थे।
एसपी कर रहे एसआईटी मॉनिटरिंग
एसपी ने सात सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन किया है। जिसकी मॉनिटरिंग वे खुद कर रहे हैं। जबकि एसआईटी टीम का प्रमुख सीसी आर डीएसपी मनोज कुमार सिंह को बनाया है। यह टीम सारे घटना क्रम की जांच कर रही है और फरार हुए अपराधी शाहिद अंसारी की गिरफ्तारी को लेकर विभिन्न ठिकानों पर छापामारी कर रही है। जबकि उपायुक्त नैंसी सहाय ने भी एक अलग कमेटी बनाया है।
यह कमेटी कैदी वार्ड समेत हॉस्पिटल में सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को चिन्हित करेगा और उस पर जिला प्रशासन अमल करते हुए उसे दूर करने की कार्रवाई करेगी। इस टीम में सदर एसडीओ शैलेश कुमार ,सदर सीओ मयंक भूषण, सिविल सर्जन डॉ एसपी सिंह और मुख्यालय डीएसपी श्रीनीरज को शामिल किया गया है।
आरोपी हत्यारा शाहिद (फाइल)
अस्पताल में मिली कई खामियां
जांच टीम पहले सिविल सर्जन कक्ष में बैठक की। फिर सभी अधिकारी सदर थाना पहुंचे। जहां बंद कमरे में बैठक हुई। यहां से निकलकर सभी शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। कैदी वार्ड का भी मुआयना किया। जिसमें देखा गया की कहां-कहां सीसीटीवी कैमरे की कमी है, कहां सीसीटीवी कैमरा लगाना आवश्यक है।
सुरक्षा की क्या व्यवस्था है। कितने सुरक्षा गार्ड वहां पदस्थापित हैं और कितने सुरक्षा गार्ड की आवश्यकता है। इस दौरान पाया गया कि मेल सर्जिकल और मेल जेनरल वार्ड के बीच में कैदी वार्ड स्थापित है जो किसी भी तरह से सुरक्षित नहीं है। उस वार्ड से बरामदे में निकलने के बाद भागने की कोशिश करने वाले संभावित कैदी की पहचान तक संभव नहीं है।
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