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मध्य प्रदेश के खंडवा में जनसुनवाई के दौरान अजब गजब नजारा देखने को मिला । एक किसान एसडीएम ऑफिस से जमीन पर कीचड़ के बीच लेटते हुए जिला कलेक्टर ऑफिस तक जनसुनवाई में पहुंचा। किसान की मांग थी कि उसकी जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। उसने कई जगह आवेदन दिया लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। एसडीएम के सामने भी गुहार लगाई लेकिन उसकी समस्या का हल नहीं हुआ । इसलिए उसने विरोध स्वरूप यह तरीका अपनाया। आज जनसुनवाई के समय किसान अपने विकलांग पिता के साथ कलेक्टर से मिला। जिला कलेक्टर ने 7 दिन के अंदर उनकी समस्या का निराकरण करने का आश्वासन दिया है।
खंडवा के सेहजला ग्राम में रहने वाला किसान श्याम मंगलवार को जनसुनवाई में कीचड़ से सनी हालत में पहुंचा ।पीड़ित किसान जनसुनवाई में पहुंचने से पहले एसडीएम कार्यालय गया था।उसका आरोप है कि उसकी सुनवाई नहीं हुई इसलिए वह एसडीएम कार्यालय से कीचड़ से पटी सड़क पर लेटते हुए कलेक्टर कार्यालय जनसुनवाई में शामिल होने पहुंचा। किसान खंडवा के ग्राम सेहजला का रहने वाला है।
उसका कहना है कि उसकी जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर अतिक्रमण कर लिया है। दबंगो ने अतिक्रमित जमीन पर अवैध निर्माण भी कर लिया है। पीड़ित किसान का कहना है कि उसने अनेकों जगह आवेदन दिए लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो पा रही है। इसलिए उसने विरोध का यह तरीका अपनाया और कीचड़ में सनी सड़क पर लौटता हुआ वह एसडीएम कार्यालय से कलेक्टर कार्यालय तक जनसुनवाई में पहुंचा । और अपनी समस्या जिला कलेक्टर के सामने रखी। कलेक्टर ने किसान की समस्या सुनने के बाद उसे 7 दिन में निराकरण करने का आश्वासन दिया है।
इधर जिला कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने बताया कि एक किसान जनसुनवाई में आए थे । उनकी समस्या थी कि उनकी जमीन का सीमांकन नहीं हो रहा है । उनकी जमीन पर किसी ने अतिक्रमण कर लिया है । मैंने एसडीएम को अवगत करा दिया है । अगले 7 से 10 दिन में उसकी समस्या का समाधान हो जाएगा । जिला कलेक्टर का कहना है कि मेरे संज्ञान में या मामला पहली बार आया है।
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