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Muhammad Yunus Visited Hindu Temple: बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ तनाव और हिंसा के बीच अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनूस ने मंगलवार, 13 अगस्त को एक हिंदू मंदिर का दौरा किया. डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, मुख्य सलाहकार ने बांग्लादेश की राजधानी ढाका में ढाकेश्वरी राष्ट्रीय मंदिर का दौरा किया है.
इस दौरान यूनूस ने कहा, “अधिकार सभी के लिए समान हैं. हम सभी एक व्यक्ति हैं और हमारे पास एक ही अधिकार है. हमारे बीच कोई भेदभाव न करें. कृपया हमारी सहायता करें. धैर्य रखें और बाद में फैसला लें कि हम क्या कर पाए और क्या नहीं. अगर हम असफल होते हैं तो हमारी आलोचना करें.”
उन्होंने आगे कहा, “हमारी लोकतांत्रिक आकांक्षाओं में हमें मुसलमान, हिंदू या बौद्ध नहीं बल्कि इंसान के तौर पर में देखा जाना चाहिए. हमारे अधिकार सुनिश्चित किए जाने चाहिए. सभी समस्याओं की जड़ संस्थागत व्यवस्थाओं के क्षय में है. इसीलिए ऐसे मुद्दे उठते हैं. संस्थागत व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की जरूरत है.”
हिंदुओं से बर्बरता और प्रदर्शन
पिछले हफ्ते ढाका और चटगांव में हजारों हिंदुओं ने अपने मंदिरों, घरों और व्यवसायों पर हमलों से सुरक्षा की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. शनिवार, 10 अगस्त को ढाका के शाहबाग में हिंदू प्रदर्शनकारियों ने तीन घंटे से ज्यादा समय तक यातायात बाधित रखा. वे अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करने के आरोपियों पर मुकदमा चलाने के लिए विशेष अदालतों, अल्पसंख्यकों के लिए 10 प्रतिशत संसदीय सीटें और अल्पसंख्यक सुरक्षा कानून बनाने की मांग कर रहे हैं.
यूनूस ने हिंदुओं के खिलाफ अपराधों को बताया था जघन्य
यूनुस ने हिंसा प्रभावित देश में अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों की निंदा करते हुए इन्हें ‘जघन्य’ करार दिया था और युवाओं से सभी हिंदुओं, ईसाइयों और बौद्धों की सुरक्षा करने का आग्रह किया था.
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