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कोलकाता में एक महिला ट्रेनी डॉक्टर से दरिंदगी के विरोध में पूरे देश के रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। वहीं घटना के विरोध में झारखंड के भी मेडिकल कॉलेजों के जूनियर डॉक्टर मंगलवार से हड़ताल पर रहेंगे।
इमरजेंसी छोड़ नहीं देंगे दूसरी सेवाएं
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए), जेडीए और जेडीए स्टूडेंट विंग ने सोमवार को सामूहिक रूप से यह निर्णय लिया। हड़ताल के दौरान इमरजेंसी सेवाएं छोड़ ओपीडी, ओटी, वार्डों में ड्यूटी समेत अन्य सेवाएं जूनियर डॉक्टर नहीं देंगे। जूनियर डॉक्टरों ने मांग की है कि उचित सबूतों के आधार पर आरोपी के खिलाफ न्यायिक जांच हो और उसे मौत की सजा मिले। जेडीए के वाइस प्रेसिडेंट डॉ अभिषेक ने कहा कि लंबे समय से डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कानून की मांग की जा रही है, पर सरकार मौन है।
48 घंटे का अल्टीमेटम
आईएमए के सचिव प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि नेशनल आईएमए ने बंगाल सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। कोई ठोस पहल नहीं होने पर झारखंड के निजी और सरकारी सभी चिकित्सक हड़ताल में चले जाएंगे।
देशभर में डॉक्टर हड़ताल पर, परेशान रहे मरीज
कोलकाता में महिला डॉक्टर से दरिंदगी के खिलाफ देशभर के डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर आक्रोश जताया। कोलकाता में आपात सेवाएं ठप रहीं। इसके कारण दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर के विभिन्न अस्पतालों में मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। हालांकि, अस्पतालों में सभी वरिष्ठ डॉक्टरों के अवकाश और दौरे रद्द कर दिए गए हैं। यूपी के लखनऊ, आगरा, कानपुर समेत अन्य शहरों में डॉक्टरों ने मार्च निकाला। जम्मू-कश्मीर में रैली निकाली गई। चंडीगढ़ पीजीआई में सेवाएं ठप रहीं। आईएमए ने स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को पत्र लिख मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
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