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नई दिल्ली20 घंटे पहले
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इन इंजीनियर्स का साथ देने वाले चारों लोगों को भी सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच पहले से ही CBI कर रही है।
सेंट्रल पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट ने तीन इंजीनियरों को सस्पेंड कर किया है। इन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास के रेनोवेशन में हुई कथित अनियमितताओं में शामिल होने का आरोप है। इन इंजीनियर्स ने चार और लोगों के साथ मिलकर केजरीवाल के कहने पर मॉडिफिकेशन के नाम पर कई नियमों का उल्लंघन किया और सामान की लागत भी बढ़ा-चढ़ाकर बताई।
इन इंजीनियरों का नाम- प्रदीप कुमार परमार, अभिषेक राज और अशोक कुमार राजदेव है। केजरीवाल का बंगला रेनोवेट करने में इन तीनों की भूमिका सबसे ज्यादा थी। इनका साथ देने वाले चारों लोगों को भी सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच पहले से ही CBI कर रही है।
अरविंद केजरीवाल के ड्रॉइंग रूम की तस्वीर। सोर्स- X.com
कोरोना के दौरान इमरजेंसी बताकर बंगले के निर्माण की अनुमति दी
प्रदीप परमार फिलहाल असम के गुवाहाटी में पोस्टेड है, अभिषेक राज पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में काम करता है। विजिलेंस डिपार्टमेंट के मुताबिक, इन इंजीनियर्स ने पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट के साथ साठगांठ में काम किया। उन्होंने कोविड-19 के दौरान एक इमरजेंसी क्लॉज का इस्तेमाल करके केजरीवाल के नए बंगले के निर्माण की अनुमति दी, जबकि ऐसी कोई इमरजेंसी उस वक्त नहीं थी।
जब फाइनेंस विभाग कोरोना के चलते वित्तीय मैनेजमेंट और खर्चों को कम करने के आदेश दे रहा था, उसी समय PWD मिनिस्ट ने पुराने घर में बदलाव करने के नाम पर नए बंगले के निर्माण में तेजी लाने के आदेश दिए।
PWD मिनिस्टर के इशारे पर किया गया सारा काम
सूत्रों के मुताबिक विजिलेंस डिपार्टमेंट ने यह बात ऑन रिकॉर्ड कही है कि पुरानी बिल्डिंग को गिराया जाना और नई बिल्डिंग को बनाना और खर्चों में बेतहाशा बढ़ोतरी होना, यह सब PWD मंत्री के इशारे पर किया गया था। इसके चलते कंसल्टेंट की तरफ से इंटीरियर की जो ड्रॉइंग सब्मिट की गई थी, उसमें कई बदलाव किए गए।
इन बदलावों के चलते बंगले के निर्माण के लिए आवंटित की गई राशि और आखिर में किए गए पेमेंट में बड़ा अंतर रहा। विजिलेंस डिपार्टमेंट ने बताया था कि करोड़ों रुपए आर्टिस्टिक और सजावटी कामों, बेहतरीन क्वालिटी के पत्थर के फर्श, बेहतरीन लकड़ी के दरवाजों और ऑटोमैटिक स्लाइडिंग दरवाजों जैसी चीजों पर खर्च किए गए थे।
घर पर 33.49 करोड़ और ऑफिस पर 19.22 करोड़ रुपए खर्च हुए
विजिलेंस डिपार्टमेंट की 12 मई 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, केजरीवाल के घर पर 33.49 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। वहीं 19.22 करोड़ रुपए उनके ऑफिस पर खर्च हुए। उनके पुराने बंगले को गिराकर नया बंगला बनाया गया था।
केजरीवाल के बंगले पर सितंबर 2020 से जून 2022 के बीच खर्च किया गया पैसा
PWD मिनिस्टर ने रखा था बदलाव का प्रस्ताव
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2020 में तत्कालीन PWD मिनिस्टर ने केजरीवाल के बंगले (6, फ्लैग स्टाफ रोड) में बदलाव का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने कहा था कि बंगले में एक ड्राइंग रूम, दो मीटिंग रूम और 24 लोगों की क्षमता वाला एक डाइनिंग रूम बनना चाहिए। इसके लिए बंगले की दूसरी मंजिल बनाने का प्रस्ताव था।
हालांकि, दिल्ली सरकार के पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट (PWD) ने कहा था कि बंगले को तोड़कर उसी परिसर में नया बंगला बनाया जाना चाहिए। PWD ने कहा कि बंगला 1942-43 के दौरान बना था। इसे बने 80 साल हो गए हैं इसलिए इसके ऊपर नई मंजिल बनाना सही नहीं होगा।
PWD ने कहा कि उसी परिसर में नया बंगला बनना चाहिए। उसके पूरा बनने के बाद केजरीवाल उसमें शिफ्ट हो जाएंगे और पुराने बंगले को गिरा दिया जाएगा। इस सलाह के आधार पर ही वहां नया बंगला बनाया गया।
भाजपा ने लगाया था गड़बड़ी का आरोप
भाजपा ने CM आवास के रेनोवेशन में गड़बड़ी होने का आरोप लगाया था। इसके बाद उपराज्यपाल ने अप्रैल में चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार को आदेश दिया था कि मामले से संबंधित फाइलों को सुरक्षित रखा जाए और उन्हें एक फैक्चुअल रिपोर्ट सबमिट की जाए। पूरी खबर पढ़ें…
12 मई 2023 को यह रिपोर्ट उपराज्यपाल को सौंपी गई। इस पर स्पेशल सेक्रेटरी विजिलेंस राजशेखर ने साइन किए थे।
AAP बोली- रिपोर्ट से अपराध साबित नहीं होता
इसे लेकर पिछले साल ही आप ने कहा था कि पिछले 9 साल से भाजपा केजरीवाल की इमेज बिगाड़ने की कोशिश कर रही है, लेकिन वे इसमें सफल नहीं हुए। इसलिए, अब वे उनके घर को टारगेट कर रहे हैं।
रिपोर्ट में ऐसा कुछ नहीं है, जिससे साबित हो कि कुछ गलत हुआ है। दिल्ली में पहली बार मुख्यमंत्री के लिए ऑफिशियल रेजिडेंस कॉम्प्लेक्स बनाया गया है। इसमें मुख्यमंत्री आवास, कार्यालय सचिवालय, ऑडिटोरियम और स्टाफ क्वार्टर शामिल हैं।
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मनीष सिसोदिया बोले- सुप्रीम कोर्ट ने तानाशाही को कुचला:केजरीवाल भी जेल से जल्द बाहर आएंगे; भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं
दिल्ली के पूर्व डिप्टी CM मनीष सिसोदिया 17 महीने बाद तिहाड़ जेल से बाहर आए। सिसोदिया को दिल्ली शराब नीति केस को लेकर 26 फरवरी 2023 को CBI ने और 9 मार्च 2023 को ED ने गिरफ्तार किया था। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को उन्हें दोनों मामलों में जमानत दी थी।
जेल से बाहर आकर उन्होंने AAP ऑफिस में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा- सुप्रीम कोर्ट ने संविधान का इस्तेमाल करते हुए कल तानाशाही को कुचला। केजरीवाल भी जल्द बाहर आएंगे। भगवान के घर में देर है, अंधेर नहीं है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
दिल्ली पुलिस बोली-बिभव ने स्वाति मालीवाल को 8 थप्पड़ मारे:चार्जशीट में कहा- मारपीट के बाद केजरीवाल CM हाउस में बिभव के साथ ही थे
आम आदमी पार्टी (AAP) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल मारपीट केस में पुलिस ने 16 जुलाई को 500 पन्नों की चार्जशीट दिल्ली हाईकोर्ट में पेश की थी। 7 अगस्त को इसकी डिटेल सामने आई। चार्जशीट में पुलिस ने लिखा- बिभव कुमार ने स्वाति मालीवाल को 7-8 थप्पड़ मारे थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चार्जशीट में लिखा है कि घटना के बाद बिभव कुमार CM अरविंद केजरीवाल के साथ ही थे। AAP नेता संजय सिंह और आतिशी ने शुरुआत में माना था कि स्वाति के साथ गलत व्यवहार हुआ। बाद में वे अपने बयान से पलट गए थे। पूरी खबर यहां पढ़ें…
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