[ad_1]
नई दिल्ली: इजरायल जिसे कहता है चलता-फिरता जिंदा लाश और उधार की जिंदगी जीने वाला, हमास ने अब उसे ही अपना चीफ बना लिया है. जी हां, ईरान में मारे गए इस्माइल हानिया की जगह अब हमास का नया मुखिया है याह्या सिनवार. जी हां, हमास ने कहा कि उसने याह्या सिनवार को अपना नया नेता चुना है. याह्या सिनवार पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल पर किये गए हमलों का मुख्य साजिशकर्ता है. हमास ने मंगलवार को इस्माइल हानिया की जगह पर सिनवार को अपने पॉलिटिकल विंग का नया चीफ नियुक्त किया. बता दें कि बीते दिनों ईरान की राजधानी तेहरान में हानिया की हत्या कर दी गई थी.
सिनवार इजरायल का दुश्मन नंबर एक है. सिनवार को ही 7 अक्टूबर के हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है. सिनवार को एक वक्त इजरायल ने पकड़ ही लिया था, मगर पकड़े जाने से बचने में कामयाब रहा है. इसके बाद इजरायल के डिफेंस मिनिस्टर योव गैलेंट ने कहा था कि हमास नेता सिनवार 7 अक्टूबर के बाद से उधार की जिंदगी जी रहा है. इजरायल पर सात अक्टूबर को हमले के बाद से सिनवार सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आया है. 7 अक्टूबर के हमास हमले में 1200 इजरायलियों की जान गई थी और हमास ने करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया था.
सिनवार ने ली हानिया की जगह
सिनवार की नियुक्ति के बाबत हमास ने मंगलवार को एक बयान जारी किया. फिलिस्तीन की ओर से इजरायल से जंग लड़ रहे हमास ने इस्माइल हानिया की जगह कमांडर याह्या सिनवार को आंदोलन के राजनीतिक ब्यूरो के चीफ के रूप में चयनित करने की घोषणा की. इजरायल ने डंके की चोट पर सिनवार को 7 अक्टूबर के हमले का मास्टरमाइंड बताया है. वहीं, अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि सिनवार गाजा के नीचे खोदी गई सुरंगों के विशाल जाल में घूमता रहता है. वह लगातार जगह बदलता रहता है और संभवतः बंधकों को मानव ढाल के रूप में अपने आसपास रखता है.
अब और भड़केगी जंग?
बता दें कि 61 साल के सिनवार को तेहरान में हानिया की हत्या के बाद हमास की कमान सौंपी गई है. यह डेवलपमेंट ऐसे वक्त में है, जब आशंका जताई जा रही है कि हमास और उसके सहयोगियों के साथ इजरायल का जंग और भयानक रूप ले सकता है. ईरान और हमास का कहना है कि हानिया की हत्या इजरायल ने की है. हालांकि, इजरायल ने अब तक इस पर कुछ नहीं बोला है.
कौन है सिनवार?
7 अक्टूबर के बाद इजरायली सेना ने सिनवार को ‘बुराई का चेहरा’ बताया और उसे चलता-फिरता जिंदा लाश घोषित कर दिया था. सिनवार का जन्म दक्षिणी गाजा के खान यूनिस शरणार्थी शिविर में हुआ है. वह हमास में तब शामिल हुआ, जब शेख अहमद यासीन ने 1987 में पहले फ़िलिस्तीनी आंदोलन शुरू होने के दौरान समूह की स्थापना की थी. सिनवार ने अगले ही साल समूह का आंतरिक सुरक्षा तंत्र स्थापित किया और एक खुफिया इकाई का नेतृत्व किया. इसका काम इजरायल को जानकारी देने के आरोपी फिलिस्तीनियों को बेरहमी से दंडित करना- कभी-कभी हत्या- करना था. वह इजरायल की जेलों में करीब 23 साल तक रह चुका है.
Tags: Hamas attack on Israel, Israel, Israel Iran War, Israel News
FIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 07:02 IST
[ad_2]
Source link