[ad_1]
30 दिवसीय प्रस्तुति परक अभिनय नाट्य कार्यशाला में तैयार नाटक चोर पुराण का मंचन किया गया।
गुरुदेव रविन्द्र नाथ टैगोर की पुण्यतिथि के मौके पर 30 दिवसीय प्रस्तुति परक अभिनय नाट्य कार्यशाला में तैयार नाटक चोर पुराण का मंचन किया गया। रवीन्द्र मंच पर प्रस्तुत इस नाटक के लेखक विमल कुमार है और इसका नाट्य रूपांतरण दिलीप गुप्ता ने किया है। नाटक की
.
इसका नाट्य रूपांतरण दिलीप गुप्ता ने किया है।
सभागार में उपस्थित व्यक्ति से लेकर समाज के हर हिस्से या तबके से जुड़ा हर व्यक्ति सभी कुछ न कुछ चुराने की होड़ में इन दिनों न जाने क्या-क्या कर रहे है। यह नाटक सामाजिक और राजनीती में फैले भ्रष्टाचार के सिस्टम पर व्यंग्य है। कहानी में बताया है कि एक व्यक्ति जब जन्म लेता है तो माता पिता चाहते है की उनका बेटा भी वो पढ़ लिखके बड़ा अफसर बने अच्छी नौकरी लगे और वो बेटा जाने अनजाने बन जाता है एक चोर जो खुद नही जानता की कैसे वो बन गया चोर। इसी सवाल के जवाब की तलाश में अपना जीवन जीने लगता है , एक दिन उसे एक लड़की से प्यार हो जाता है, प्रेमिका के घर वालों को ये मंजूर नही होता और वो उसे छोड़कर चली जाती है । आगे जाकर किसी और से उसकी शादी होती है । पत्नी के कहने पर सच बोलने के चक्कर में हर बार पकड़ा जाता है, जहा भी नौकरी लगती सच झूठ और चोरी के चक्कर में हर जगह से निकाल दिया जाता।
नाटक की परिकल्पना एवं निर्देशन ओम प्रकाश सैनी (ओमी) ने किया।
तब वो चोर कैसे बना इस सवाल के जवाब की तलाश में दिल्ली जाकर संसद में सवाल पूछता है पर जवाब नहीं मिल पाता तो आगे जाकर किसी राज महल में अपने तिकड़म से वहा का राजा बन जाता है और वहा के राजा को महल से बाहर निकाल दिया जाता है। सच झूठ की उठा पटक और समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार पर सीधा कटाक्ष करता है यह नाटक चोर पुराण।
कला एवं तकनिकी निर्देशक विकास सैनी रहे।
मंच पर विवेक माथुर,डॉ. उमेश सिरसाट,धन्वी अग्रवाल,वाज्ञा गुप्ता, राहुल बैरवा,मानवेन्द्र सिंह,नन्दवीर सैनी,विवेक शर्मा,आरोही टिंकर
मंच परे मंच सज्जा – विकास सैनी वस्त्र विन्यास – अंजलि सैनी, हंशा सैनी रूप सज्जा – हिमांशी सैनी मंच सामग्री – युग सैनी, अवनी सैनी पोस्टर/ब्रोशर – ओम प्रकाश सैनी संगीत निर्देशन एवं प्रवाह – कुणाल शर्मा प्रकाश व्यवस्था – राजीव मिश्रा मंच व्यवस्था – विवेक शर्मा, आरव सिंह कला एवं तकनिकी निर्देशक – विकास सैनी कार्यशाला संगीत प्रशिक्षक – प्रवीण कुमावत मंच उद्घोषक – ख्याति बदलानी लेखन – विमल कुमार नाट्य रूपांतरण – दिलीप गुप्ता परिकल्पना एवं निर्देशन – ओम प्रकाश सैनी
[ad_2]
Source link