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मंगलवार शाम को 5 बजे के करीब शुरू किया गया था रेस्क्यू।
दो दिनों से हो रही बारिश के बाद में पाली का खारड़ा बांध ओवरफ्लो होने से जोधपुर की तरफ आ रही बांडी नदी व लूणी नदी में पानी का बहाव तेज हो गया है। इसी तेज बहाव के चलते मंगलवार को करन्याली गांव में फेंकारिया सरहद पर खेत की ढाणी में बसे एक ही परिवार के कर
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रात को करीब 1 बजे सभी को बहाव से बाहर निकाला गया।
प्रशासन ने करीब 9 घंटे तक रेसक्य चलवाकर रात को एक बजे सभी को बाहर निकाला। जिसके बाद सभी लोगों को सुरक्षित जगह पर ठहराया गया है। एसडीआरएफ की टीम ने चलाया रेस्क्यू बताया जा रहा है कि यह दोन सोमवार रात से फंसे हुए थे। उनके खेतों में सोर ऊर्जा होने से उनके फंसे होने की सूचना प्रशासन को मिल गई थी। मंगलवार शाम को करीब 5 बजे पहले पुलिस व स्थानीय गोताखोरों ने इन लोगों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू चलाया। लेकिन बहाव तेज होने से रात को एसडीआरएफ की टीम की मदद ली गई और रात को करीब 1 बजे सभी को बाहर निकाला गया।
लूणी नदी के बहाव के बीच फंस गए थे लोग।
इन सभी का किया गया रेस्क्यू
माडीदेवी (60) पत्नी बुद्धाराम, किरण (15) पुत्री विशनाराम, पति विशनाराम (45), सत्तूदेवी (40) पत्नी विशनाराम, सीता (35) पत्नी उगमाराम, उसकी पुत्री टीना (13) व पुत्र मनीष (18), कमलादेवी (40) पत्नी देवाराम, गणपत (24) पुत्र ओमाराम, उसका भाई अशोक (21), मोडाराम (15) पुत्र विशनाराम, देवाराम (45) पुत्र तेजाराम, सहीराम (22) पुत्र देवाराम व भाई प्रदीप (18) और बाबूराम (12) पुत्र विशनाराम। इनमें से गणपत व विशनाराम अपने-अपने मवेशियों की सुरक्षा के लिए ऊंचाई वाले स्थान पर रुक गए।
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