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ई- रिक्शा को शिफ्ट वाइज चलाने को लेकर जिम्मेदार विभागों के अफसर लापरवाही भरा रवैया अपना रहे हैं। कौन से ई- रिक्शा किस शिफ्ट में चलेंगे। इसके लिए 1 अगस्त से 5 हजार ई-रिक्शा पर कलर कोडिंग शुरू होनी थी। जो अभियान के दौरान शिविरों में पंजीकृत हुए थे। लेक
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7 अगस्त तक इसका काम पूरा होना था। अधिकारियों के अनुसार ये काम 20 अगस्त तक पूरा हो सकेगा। जिस कारण ई-रिक्शा की नई व्यवस्था लागू होने में भी देरी हो सकती है। पहले 12 अगस्त से नई व्यवस्था लागू की जाना तय थी। जिसके तहत 2 शिफ्ट में ई-रिक्शा चलने हैं। एक शिफ्ट रात 3 से दोपहर 3 बजे, दूसरी दोपहर 3 से रात 3 बजे तक रहेगी।
नई व्यवस्था... वाहनों को कम करने के लिए 2 शिफ्ट में चलेंगे 2500-2500 ई-रिक्शा
डेडलाइन… 5 अगस्त तक पंजीकृत ई-रिक्शा पर कलर कोडिंग का काम करना था पूरा
परेशानी…5 हजार ई-रिक्शा के पंजीयन, शेष 9 हजार बिना रजिस्ट्रेशन सड़कों पर चल रहे हैं
पंजीयन अब भी शुरू नहीं
कलर कोडिंग के साथ ही गोले का मंदिर, आमखो, हजीरा, महाराज बाड़ा, बारादरी चौराहा और फूलबाग पर ही उन ई- रिक्शा के पंजीयन भी किए जाने थे। जो अभी पंजीयन से छूटे हुए हैं। लेकिन ये प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं की गई है। ग्वालियर में करीब 14 हजार ई- रिक्शा हैं। जिनमें से सिर्फ 5 हजार का ही पंजीयन हुआ है, शेष 9 हजार नई व्यवस्था में पंजीयन कराए बिना ही चल रहे हैं।
कोडिंग के काम में तेजी ला रहे हैं, 10 दिन में होगा पूरा
^ई- रिक्शा में कलर कोडिंग का काम मंगलवार को सुबह से शुरू करा दिया गया है। गोले का मंदिर पर 43 ई- रिक्शा पर कलर कोडिंग की गई। बुधवार से इस काम में तेजी लाई जाएगी और अगले 10-12 दिन में सभी पंजीकृत ई- रिक्शा पर कलर कोडिंग हो जाएगी।
– मुनीष सिकरवार, अपर आयुक्त/नगर निगम
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