[ad_1]
श्रावण मास में हरियाली अमावस्या के मेले में दूसरे दिन सोमवार सिर्फ सखी-सहेलियों का मेला रहा। दूसरे दिन मेले में सिर्फ महिलाओं की एंट्री थी। सुहावने मौसम के बीच बड़ी संख्या में महिलाएं मेले का लुत्फ उठाने के लिए पहुंची। ज्वैलरी, सजावटी सामान, घरेलू प्
.
इसके अलावा, जलेबी, मालपुए, पकोड़ी और आइसक्रीम सहित अन्य खाने-पीने की चीजें जमकर खाई। एक दिन पहले मेले में सभी की एंट्री थी और दूसरे दिन यह मेला सिर्फ महिलाओं के लिए था। इसके लिए सभी एंट्री गेट पर पुलिस का पहरा रहा। लगातार निगरानी टीम लगी रही और मेले के बीच पुरुषों के दिखने पर उन्हें बाहर निकाला गया।
सुहावने मौसम के बीच बड़ी संख्या में महिलाएं मेले का लुत्फ उठाने के लिए पहुंची।
सहेलियों की बाड़ी से लेकर फतहसागर पाल तक महिलाओं की खचाखच भीड़ थी। जो देर शाम तक जारी रही। मेले में बड़ी संख्या में आसपास गांव की महिलाएं पहुंची। दोपहर 12 बजे बाद मेले में धीरे-धीरे रौनक बढ़ने लगी। शाम होते-होते मेले में पैर रखने तक की जगह नहीं बची।
ज्वैलरी, सजावटी सामान, घरेलू प्रोडक्ट और ड्रेसेज की स्टाल्स पर भारी भीड़ नजर आई।
[ad_2]
Source link