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हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा कांग्रेस में सेंधमारी की तैयारी कर रही है। BJP ने हर जिले में इसके लिए जॉइनिंग अभियान समिति बनाई है। इस समिति में जिला स्तर पर जिला संयोजक और सह संयोजक और विधानसभा स्तर पर 6 संयोजक नियुक्त किए हैं। इनकी नियुक्
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प्रदेश में 90 विधानसभा में 540 संयोजक और जिला स्तर पर 44 जिला संयोजक और सह संयोजक लगाए गए हैं। BJP की जॉइनिंग समिति को बनाने का मुख्य उद्देश्य हरियाणा में कांग्रेस का संगठन न बनने से नाराज कार्यकर्ता को तोड़ना है।
पंचकूला में पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने BJP की स्टेट बॉडी के साथ मीटिंग की थी। इस मीटिंग में अमित शाह ने साफ कहा था कि BJP को कांग्रेस व अन्य पार्टियों के किसी बड़े नेता की जरूरत नहीं है। शाह ने दूसरी पार्टियों के ग्राउंड स्तर पर काम कर रहे निष्ठावान कार्यकर्ताओं को तोड़ने का मूल मंत्र दिया था।
भाजपा को इसलिए पड़ी जरूरत
संगठन के बावजूद हरियाणा में BJP 49% बूथ हारी
हरियाणा में BJP बूथ स्तर पर संगठन होने के बाद भी लोकसभा चुनाव में 49% बूथों पर हार गई। हरियाणा में लोकसभा चुनाव में 19812 बूथ थे। इन बूथों में से BJP 9740 बूथ जीत पाई है। बाकी बचे 10,072 बूथ पर कांग्रेस सहित अन्य दल जीते। मगर, भाजपा से अधिक बूथ बिना संगठन वाली कांग्रेस ने जीते। इसी कारण से BJP चिंतित है और 2 महीने बाद विधानसभा चुनाव की बूथ स्तर पर तैयारी कर रही है।
C और B ग्रेड पर काम करेगी पार्टी
BJP ने 19812 बूथों पर ग्रेडेशन करवाई है। बूथ की A, B और C ग्रेड से पहचान की गई है। 51% बूथ C ग्रेड के हैं, यही चिंता का कारण हैं और इसे C से B ग्रेड में लाने की तैयारी में BJP जुट गई है। भाजपा ने इसके लिए विधानसभा और मंडल वाइज संयोजक नियुक्त किए हैं। इनका काम बूथों पर जाकर फिर से कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना है। भाजपा ने A ग्रेड में उन बूथों को शामिल किया है जिसमें रिजल्ट बेहतर रहा है। B ग्रेड वाले बूथों पर रिजल्ट बराबरी या कम अंतर से जीत वाले हैं। वहीं C ग्रेड बूथ में ज्यादा अंतर से हार वाले बूथ हैं।
भाजपा ने विधानसभा चुनाव से ज्यादा बूथ जीते
वहीं भाजपा के लिए यह राहत है कि भाजपा ने 2019 के विधानसभा की तुलना में इस बार लोकसभा में ज्यादा बूथ जीते हैं। पिछली लोकसभा में भाजपा ने 19481 बूथ में से 8528 बूथ जीते थे तो वहीं कांग्रेस 5934 बूथ ही जीत पाई थी। इस बार भाजपा ने 9740 बूथ जीते हैं। भाजपा इस बार ज्यादा से ज्यादा बूथ जीतकर विधानसभा जीतने का मंत्र अपनाकर आगे बढ़ रही है।
11.06% वोट शेयर घटा
हरियाणा में इस लोकसभा चुनाव में भाजपा को 46.06 वोट प्रतिशत मिले हैं। जबकि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा का 58 प्रतिशत वोट शेयर था। 5 सालों में पार्टी का प्रदेश में 11.06 वोट प्रतिशत घटा है।वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर देखें तो इस चुनाव में 43.73% वोट शेयर लेकर भाजपा को कड़ी टक्कर दी है। 2019 में कांग्रेस को सिर्फ 28.42% वोट शेयर मिला था। 5 साल में कांग्रेस के वोट शेयर में 15.31% वोट शेयर की बढ़ोतरी हुई है।
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