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कोचिंग संचालकों पर नगर निगम की ओर से की जा रही कार्रवाई अवैध है। पहले नगर निगम अपने मुख्यालय के बेसमेंट में चल रहे मलेरिया डिपार्टमेंट और आधार कार्ड के काम को रोके। पहले अपनी एन ओ सी को दुरुस्त करे। उसके बाद समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले
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यह कहना है ऑल कोचिंग इंस्टिट्यूट महासंघ से जुड़े कोचिंग संस्थानों के निदेशकों का। ऑल कोचिंग इंस्टिट्यूट महासंघ के बैनर तले जयपुर शहर के कोचिंग संचालकों ने शनिवार को नगर निगम की ओर से कोचिंग संस्थानों पर हो रही कारवाई को लेकर पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि, बिना नोटिस के और बिना समय दिए तथा नोटिस में भी अग्रिम आदेश के रूप में संवैधानिक शब्दों का उपयोग करते हुए कोचिंग संचालकों को डराया धमकाया जा रहा है। जिसका असर जयपुर में उच्च प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे लाखों छात्रों पर पड़ रहा है। प्रदेश भर के अभिभावक इस कार्रवाई से भयंकर रूप से मानसिक पीड़ा से संतृप्त हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए हम सारे कोचिंग संचालक सोमवार को मुख्यमंत्री से मिलकर मदद की गुहार लगाएंगे।
ऑल कोचिंग इंस्टिट्यूट महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसी शर्मा ने बताया- जयपुर में बेसमेंट काम में नहीं लिए जाते है। कुछ जगह पर है। तो वहां वैसे इंतजाम किए गए है। लेकिन एक जगह कोई ऐसी समस्या आ गई तो इसका मतलब यह नहीं है कि यह समस्या पूरे इंडिया में आ जाएगी। बहुत सारी समस्याएं आती रहती है जिससे कई लोग मर जाते है। इसका मतलब यह नहीं है कि कोचिंग को इस तरीके से बंद कर दिया जाए। इस समस्या के समाधान के लिए कोचिंग को टाईम मिलना चाहिए। नगर निगम के अधिकारियों को सेमिनार के जरिए इसके समाधान पर बात की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि फायर सिस्टम लगभग सभी संस्थानों ने लगा रखा है। जो छोटी मोटी कमियां है उसे भी दूर करेंगे। इसके लिए पर्याप्त समय मिलना चाहिए। दूसरा जो यहां कोचिंग हब बना हुआ है वहां कॉमर्शियल रेट से जमीनें दी जा रही है। वह रियायती दर पर होना चाहिए।
ऑल कोचिंग इंस्टिट्यूट महासंघ के जनरल सेक्रेटरी अजय अग्रवाल ने बताया- निगम की ओर से कार्रवाई होना गलत बात नहीं है, कार्रवाई का तरीका गलत है। इसके लिए हमारे संगठन के सदस्यों को बुलाकर एक मीटिंग करनी चाहिए थी। समस्या दिल्ली में आई कार्रवाई जयपुर में कर रहे है। दिल्ली की घटना का आरोप यहां के कोचिंग संस्थानों पर लगाकर आज के आज सबको बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए। ये कोई समाधान नहीं था।
उन्हाेंने बताया- अगर कही भी असुविधा थी। या कही पर नियम फॉलो नहीं हो रहे है, तो उन्हें दो से तीन दिन का समय देना चाहिए था। हमें जो भी पैरामीटर था उसके बारे में पहले जानकारी देनी चाहिए थी। इसके कारण न केवल कोचिंग संस्थान बल्कि हॉस्टल और लाइब्रेरी चलाने वाले भी परेशान है। अगर कोई कोचिंग संस्थान एक क्लास के अंदर 400 500 बच्चे बिठाकर पढ़ा रहा है। तो यह गलत है। हम इसका समर्थन नहीं करते है। संगठन हमेशा नॉर्म्स के साथ है।
ऑल कोचिंग इंस्टिट्यूट महासंघ की ओर से शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रशासन की ओर से सीज की कारवाई रोकने की गुहार लगाई है।
ऑल कोचिंग इंस्टिट्यूट महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसी शर्मा राष्ट्रीय महासचिव सिराज खान प्रदेश अध्यक्ष अनीश कुमार तथा प्रदेश महासचिव अजय अग्रवाल ने संयुक्त बयान जारी कर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से नगर निगम पुलिस विभाग जयपुर विकास प्राधिकरण और अन्य विभाग की ओर से चलाए जा रहे सीज और नोटिस देने की कार्रवाई को तुरंत प्रभाव से रोकने की अपील करते हुए कोचिंग हब में महंगी दर को प्रायोगिक रूप से रियाती दर करने की मांग की हैं।
कोचिंग महासंघ ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि, अगर प्रशासन अवैध तरीके से की जा रही सीज की कार्रवाई को जल्द नहीं रोकती है तो जल्द ही आमरण अनशन किया जाएगा।
कोचिंग महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष अनीश कुमार ने बताया- दिल्ली में जहां पर बेसमेंट में पानी भरने से छात्रों की मौत हुई है। उसके आसपास के लाइब्रेरी और कोचिंग संस्थानों में जो कि, बेसमेंट में चल रही थी वहां पर भी पानी भरा है। लेकिन वहां पर मौत नहीं हुई। क्योंकि, वहां डिजिटल लॉकिंग सिस्टम नहीं था यह मौत डिजिटल लॉकिंग सिस्टम के फेल होने से हुई थी। इसका खामियाजा देश भर के कोचिंग संचालकों को विशेष कर जयपुर के कोचिंग संचालकों को अधिक उठाना पड़ रहा है। जबकि जयपुर में कोचिंग व्यवस्था देश की सबसे अच्छी कोचिंग व्यवस्था में से एक मानी जाती है। यहां कभी भी छात्र अवसाद में आत्महत्या नहीं करता है। उन्हें यहां के हॉस्टलों, लाइब्रेरी और कोचिंग संस्थानों में बेहतर सुविधा दी जा रही है।
अनीष कुमार ने आमरण अनशन की चेतावनी देते हुए बताया कि सरकार की इस कार्रवाई से एक ओर जहां कोचिंग संचालकों में भय का वातावरण है। वहीं सीज कर दी गई कोचिंग्स के छात्र भयानक मानसिक अवसाद से गुजर रहे हैं। अगर किसी छात्र के साथ मानसिक अवसाद में कुछ बुरा हो गया तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी।
महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया- पिछली सरकार ने कोचिंग माफियाओं तथा पेपर लीक माफिया के साथ मिलकर कोचिंग हब को फेल कर दिया। अब इस सरकार में पेपर लीक माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है। हम आशा करते हैं कि, भजनलाल सरकार जल्द ही कोचिंग हब को सफल करने के लिए नए सिरे से कोचिंग हब की रियायती दर तय कर देश के प्रथम कोचिंग हब को सफल करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने बताया कि इस दिशा में प्रयास किया जा रहे हैं कि, कोचिंग हब की वर्तमान महंगी दर को कम कर 25% पर लाया जा सके। यहां लीज और किराए पर लेने की भी व्यवस्था अमल में लाई जा सके।
कोचिंग महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसी शर्मा ने रविवार 4 अगस्त को होटल ग्रैंड सफारी में जयपुर के सभी कोचिंग संचालकों की आपात मीटिंग की घोषणा की है। इसके बाद सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में जाकर सीज की गई कोचिंग्स को खुलवाने और नोटिस को रद्द करने तथा कोचिंग हब में रियायती दर स्थापित करने की मांग की जाएगी।
बड़े कोचिंग संस्थानों ने बनाई दूरी
ऑल कोचिंग इंस्टिट्यूट महासंघ की इस मीटिंग से जयपुर में संचालित कई बड़े कोचिंग संस्थानों ने दूरी बनाए रखी। इसपर महासंघ में आपसी फूट साफ देखने को मिली। अभिव्यक्ति क्लासेज के डायरेक्टर कृष्णा यादव ने आरोप लगाया कि हमारे इस आंदोलन में बड़े संस्थान सहयोग क्यों नही कर रहे। उनके यहां से कोई प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में क्यों नहीं आया। हम यह लड़ाई किसके लिए लड़ रहे है।
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