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दो दिन पहले संसद में राहुल गांधी की जाति को लेकर शुरू हुआ विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा था कि जिन लोगों को अपनी जाति का पता नहीं, वे जाति सर्वे की बात कर रहे हैं। इस बयान की विपक्षी सांसदों ने कड़ी आलोचना की थी। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि पीएम नरेंद्र मोदी के कहने पर अनुराग ठाकुर ने यह बात कही थी। अब इस विवाद को असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने भी तूल देने की कोशिश की है। उन्होंने शुक्रवार को सवाल उठाया कि अपनी जाति का खुलासा किए बिना जाति आधारित गणना कैसे संभव है और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूछा कि यदि आपके पास इस संबंध में कोई ‘फॉर्मूला’ है, तो वह लोगों को बताएं।
झारखंड में भाजपा के चुनाव सह प्रभारी सरमा ने यहां मीडियाकर्मियों से बातचीत में दावा किया कि राहुल गांधी देश में जाति आधारित गणना की मांग कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने अपनी जाति का खुलासा नहीं किया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम राहुल गांधी से यह जानना चाहेंगे कि अपनी जाति बताए बिना जाति आधारित गणना कराने का फार्मूला क्या है।’’
सरमा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राहुल गांधी सदन में यह ‘फार्मूला’ बताएं, फिर मुद्दों पर फैसला हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘बिहार सरकार ने जाति आधारित सर्वेक्षण कराया। यह पूरे देश में कराया जाएगा या नहीं, यह अलग बात है। लेकिन जाति बताए बिना यह कैसे संभव होगा?’’ उन्होंने कहा कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की जाति पूछ सकते हैं, लेकिन ‘‘हम उनकी जाति के बारे में सवाल नहीं कर सकते।’’
मंगलवार को लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा के दौरान भाजपा नेता अनुराग ठाकुर द्वारा जाति को लेकर गांधी पर निशाना साधे जाने के बाद विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच बहस छिड़ गई। लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी ने ठाकुर पर उनका अपमान करने का आरोप लगाया था।
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