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तांत्रिकों के फरार होने के बाद जलती हुई चिता पर पहुंचे ग्रामीण।
भरतपुर जिले के रूपवास थाना इलाके में एक जलती पर चिता पर 4 लोगों द्वारा तांत्रिक क्रिया करने का मामला सामने आया है। जैसे ही चारों तांत्रिक को एक व्यक्ति ने देखा तो, वह चिता के पास पहुंचा। तो चारों तांत्रिक व्यक्ति के पीछे चाक़ू लेकर मारने के लिए दौड़े।
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रूपवास के रामनगर इलाके के रहने वाले लक्ष्मण ने पुलिस में शिकायत देते हुए बताया कि 28 जुलाई को मेरे छोटे भाई सुन्दर का सिलिकोसिस से निधन हो गया था। जिसके शव का अंतिम संस्कार पहाड़पुर गांव के श्मशान में किया गया। गांव के लोग सुन्दर के शव का अंतिम संस्कार करके अपने घर चले आये लेकिन, सुंदर का साला कैलाशी शमसान के दूर एक पेड़ के नीचे बैठा रहा। कैलाशी ने दूर से देखा तो चार व्यक्ति सुंदर की चिता के पास पहुंचे।
चिता के पास तांत्रिकों ने फोड़ा मटका।
उसमें से एक व्यक्ति का नाम भिक्को था, दूसरे व्यक्ति का नाम अरुण था उनके साथ दो व्यक्ति और भी थे। वह सुंदर की चिता को उखाड़ रहे थे। जिसके बाद वह मुर्गे की बलि देकर नींबू काटकर अगरबत्ती जलाकर तांत्रिक क्रिया कर रहे थे। जब कैलाशी इन लोगों के पास पहुंचा तो, चारों लोगों ने वहां रखी के मटकी तोड़ दी। जिसके बाद चाक़ू लेकर कैलाशी के पीछे दौड़ने लगे। कैलाशी वहां से शोर मचाते हुए वहां से भागने लगा।
आसपास के खेतों में कुछ लोग काम कर रहे थे। वह तभी कैलाशी की तरफ भागे। तभी चारों तांत्रिक आसपास के लोगों को देखकर भागने लगे। आसपास काम कर रहे लोग चारों तांत्रिक के पीछे भागे। जिसमें से तीन तो फरार हो गए। एक तांत्रिक को आसपास के लोगों से मदद से पकड़ लिया गया। जिसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
हेड कांस्टेबल बच्चू सिंह ने बताया कि 28 जुलाई को रामनगर निवासी सुंदर की सिलिकोसिस से मौत हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने सुंदर के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया था। उसके अंतिम संस्कार करने के बाद खनुआ के कुछ लोग तांत्रिक विद्या करते थे। वह जली हुई लाश पर पहुंचे। वह सुंदर की लाश पर तांत्रिक विद्या करने लगे। जिसमें से एक व्यक्ति को गांव वालों ने पकड़ लिया। उन्होंने शिकायत दी है जिसके बाद मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
इनपुट- दुर्गेश पाठक, रूपवास, भरतपुर
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