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दिल्ली में बेसमेंट में चल रहे एक कोचिंग संस्थान में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत से पूरा देश सन्न है। इस बीच अब मध्य प्रदेश सरकार ने बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थानों के सर्वे कराने का निर्देश दिया है। निर्देश में कहा गया है कि किसी भवन के बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थान के सर्वे के साथ-साथ सुरक्षा उपायों की भी गहनता से जांच-पड़ताल की जाए।
दरअसल शनिवार की शाम दिल्ली के Rau’s IAS Study Circle के बेसमेंट में IAS अभ्यर्थियों की मौत डूबने से हो गई थी। मृतकों में उत्तर प्रदेश की श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी और केरल के नवीन डाल्विन शामिल हैं। बेसमेंट का इस्तेमाल लाइब्रेरी के तौर पर किया जाता था। उस दिन भारी बारिश के बीच बेसमेंट में पानी भर गया और इन तीन अभ्यर्थियों की मौत हो गई थी।
इस मामले में पुलिस ने कोचिंग संस्थान के मालिक और कोऑर्डिनेटर समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। सोमवार को सचिवालय में एक रिव्यू मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वो विभिन्न भवनों के बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण करें और इन स्थानों की सुरक्षा को सुनिश्चित करें।
सीएम मोहन यादव ने कहा कि यूपीएससी की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की दिल्ली के ओल्ड राजेंद्रनगर में असमय मौत काफी पीड़ादायक है। Additional chief secretary (ACS) राजेश राजौरी ने कहा कि निगमायुक्त को निर्दश दिया गया है कि वो कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण करें। वो अपने क्षेत्राधिकार में आने वाले बिल्डिगों के बेसमेंट का निरीक्षण कर रिपोर्ट सब्मिट करें।
मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि ड्रेनेज सिस्टम को भी देखा जाए। रेवेन्यू विभाग के प्रधान सचिव निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश को देखते हुए निर्देश दिया गया है कि जलजमाव की स्थिति में बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थानों में बिजली के तारों से सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाए।
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