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केंद्र सरकार के द्वारा जारी किए गए बजट को लेकर शनिवार को केंद्रीय राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी और विधायक अनीता भदेल सहित शहर भाजपा के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस प्रधानमंत्री का आभार जताया। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री व विधायक अनीता भदेल ने विधानसभा मे
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भदेल ने कहा कि कांग्रेस के लोगों ने अजमेर में ब्लैकमेल कांड किया और यह किसी से छुपा हुआ नहीं है।
धारीवाल के बयान पर कहा- संयम रखना चाहिए
केंद्रीय राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 सालों में ऐसे काम किया जो कि कांग्रेस ने 55-60 साल तक नहीं कर पाई। कांग्रेस सिर्फ मगरमच्छ के आंसू बहा रही है। कांग्रेस ने गरीबों का नारा दिया लेकिन गरीबी हटाई नहीं। कभी कांग्रेस ने किस की सुध नहीं ली थी। यह सिर्फ यही चाहते हैं कि गरीब,गरीब रहे अनपढ़ अनपढ़ रहे और उनके चंगुल में फंसे रहे। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि गरीब, किसान और मिडिल क्लास का भला हो और सभी का भला हो।
विधानसभा में शांति धारीवाल के अपशब्द बोलने पर केंद्रीय राज्य मंत्री चौधरी ने कहा कि जिसके जैसे संस्कार वह वैसी बात करेगा। चाहे सार्वजनिक या राजनीतिक जीवन में हो या साधारण जीवन हो, लेकिन भाषा में कभी गिरावट नहीं आनी चाहिए। भाषा में संयम रखनी चाहिए।
कांग्रेस की यह संस्कृति
विधायक अनीता भदेल ने विधानसभा में शांति धारीवाल के द्वारा अपशब्द भाषा का उपयोग करने पर कहा कि कांग्रेस की यह संस्कृति है। कांग्रेस में अपराध और अपराधी को यह कहा जाता है कि वह अच्छा नेता है। यह उनके सिद्धांत है। ऐसी स्थिति में वरिष्ठ नेता शांति धारीवाल के द्वारा 3 बार सदन में गालियां देना यह कतई मंजूर नहीं है। उन्होंने जो अपशब्द कहे वह ठीक नहीं है।
भदेल ने कहा कि कांग्रेस के लोगों ने ब्लैकमेल कांड किया अजमेर में और यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। दिल्ली का तंदूर कांड कांग्रेस से जुड़े हुए लोगों के द्वारा किया गया। पिछले दिनों का कन्हैया लाल की हुई हत्या वह कांग्रेस के कार्यकाल में हुई थी। कांग्रेस में अपराध इस कदर घर गया है कि कांग्रेस के लोगों को समझ नहीं आता की हम सही बोल रहे या गलत बोल रहे है।
उन्होंने कहा कि शांति धारीवाल ने यह भी कहा था कि राजस्थान में बलात्कार की घटना इसलिए बढ़ रही क्योंकि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है, तो यह एक तरीके से महिलाओं का अपमान है। महिलाओं का अपमान करने वाले लोग भी जीत कर आते हैं इसका मुझे बहुत आश्चर्य है। ऐसे लोग जो सदन में जीतकर आते हैं उसमें कहीं ना कहीं मतदाता की भी गलती होती है। सदन के फ्लोर पर ऐसा गंदा बोलने वाला व्यक्ति जीत कर आता है तो मतदाताओं को अपनी सोच पर विचार करें।
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