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दुनिया की सबसे घातक और खास सेना में से एक भारत के मार्कोस कमांडो फोर्स को माना गया है. इनको आसान भाषा में मरीन कमांडो भी कहा जाता है.
इन दिनों भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो अमेरिका के हवाई में मौजूद है. सवाल यह है कि वह हवाई में क्या कर रहे हैं. तो बता दें कि भारत के मार्कोस विभिन्न देशों के मरीन कमांडो के साथ सबसे बड़े युद्धाभ्यास RIMPAC- 2024 में शामिल हुए हैं.
RIMPAC – 2024 युद्धाभ्यास के दौरान भारतीय मार्कोस कमांडो ने दूसरे कमांडोज के साथ मिलकर फायर ड्रिल भी की.
भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो के लिए पायरेसी और हाईजैकिंग की चुनौतियां भी होती है. इस युद्धाभ्यास के दौरान भारतीय मार्कोस ने समुद्री जहाज पर एंटी पायरेसी और हाईजैकिंग जैसे मिशन की भी ड्रिल की
मार्कोस हवा, पानी और जमीन, तीनों ही जगह पर जंग के लिए हमेशा तैयार होते हैं. आतंकवाद के खिलाफ तो लड़ने में भारत के मार्कोस कमांडो का कोई जवाब नहीं. आतंकवाद के काल के रूप में जाने जाते हैं. ठीक इसी तरह RIMPAC-2024 में मार्कोस ने जंगलों में युद्ध की ट्रेनिंग की.
मार्कोस कमांडो हमारे देश की वह स्पेशल फोर्स है जो कहीं भी, कभी भी, किसी भी स्थिति में जंग के लिए तैयार होती है. इनकी फोर्स को MCF यानी कि मरीन कमांडो फोर्स कहा जाता है.
भारतीय मार्कोस कमांडो को ट्रेंनिंग कुछ इस तरह दी जाती है कि वह किसी भी प्रकार के मौसम में खुद को ढाल लेते हैं और मिशन को अंजाम भी देते हैं.
लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम के खिलाफ मार्कोस कमांडोज ने शानदार मिशन को अंजाम दिया था. यह मिशन श्रीलंका के जाफना और त्रिंकोमाली के बंदरगाह पर कब्जा करने का था.
सबसे खास बात है कि भारतीय मार्कोस कमांडो का कंपैरिजन अमेरिका की स्पेशल कमांडो यूनिट यानी कि नेवी सील से किया जाता है. इस टीम को ओसामा बिन लादेन के खिलाफ एबटाबाद में इस्तेमाल किया गया था.
Published at : 26 Jul 2024 01:52 PM (IST)
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