राजेश तिवारी/ अजित सिंह (संवाददाता)
ओबरा / सोनभद्र – ओबरा तहसील अन्तर्गतआदिवासी बाहुल्य क्षेत्र रेणुका नदी पार हजारों आदिवासियों को आने-जाने हेतु कड़िया में रेलवे लाइन से नीचे दिए जाने वाला रास्ता एल एच एस रेलवे विभाग द्वारा आदिवासी विकास मंच के संघर्ष के परिणाम स्वरूप स्वीकृत किया जा चुका है। इसे शीघ्र बनाए जाने तथा कड़िया में रेलवे लाइन का दोहरीकरण कुछ दिन पहले हुआ है यह मार्ग आने जाने वालों का अवरुद्ध न हो, जब तक रेलवे लाइन के नीचे से दिए जाने वाला रास्ता बन नहीं जाता, इस समस्या को लेकर आज दिनांक 25 जुलाई 2024 को मंडल यातायात प्रबंधक पूर्व मध्य रेल चोपन कार्यालय पर आदिवासी विकास मंच सोनभद्र का एक प्रतिनिधिमंडल ज्ञापन देकर यह अनुरोध किया कि कड़िया में आदिवासियों को आने-जाने हेतु रेलवे विभाग रास्ता अवरोध न करें रास्ता अवरूद्ध हो जाने पर आदिवासियों के सामने ओबरा आने-जाने के लिए 15 किलोमीटर की दूरी अलग से तय करना पड़ेगा साथ ही वर्षा के कारण रास्ता इतना खराब हो चुका है कि पैदल या दो पहिया वाहन द्वारा लोगों को आने-जाने में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा ,रेलवे प्रशासन से अनुरोध किया गया कि शीघ्र रेलवे लाइन के नीचे जाने वाले रास्ता का निर्माण कराया जाए जिससे रेलवे विभाग के कार्य में कोई भी ब्यवधान उत्पन्न न हो । इसका नेतृत्व आदिवासी विकास मंच के संयोजक हरदेव नारायण तिवारी सहसंयोजक बृजेश तिवारी लक्ष्मण यादव सूबेदार गौड़ ने किया। प्रतिनिधिमंडल में कामरेड लालचंद ,शमीम अख्तर खान, भोला यादव ,रमेश केसरी ,राम सूरत प्रजापति ,राम नरेश खरवार, जामुन गौड़,अनिल केसरी, जितेंद्र गौड़, फौजदार गौड़, प्रदीप यादव, सुनील केसरी आदि रहे।