वाराणसी। मंडुवाडीह पुलिस की सह पर बीते दिनों मकान मालिक द्वारा किराएदार के दवा की फुटकर व थोक की दुकान में जबरन ताला बंद कर लाखों रुपए की दवा गायब करने के मामले में एक दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार एवं दवा व्यवसाई विनय कुमार पांडे के सहयोग में पत्रकार प्रेस क्लब के पत्रकार शुक्रवार को जॉइंट पुलिस कमिश्नर डॉ के एजिलरसन से मुलाकात कर उन्हें मडूवाड़ीह थाना प्रभारी भरत उपाध्याय के गलत करतूत से अवगत कराकर कार्रवाई की मांग किया। जॉइंट पुलिस कमिश्नर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी से फोन पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए यह पूछा कि क्या मकान मालिक ने दुकानदार को कमरा खाली करने हेतु नियमतः तीन नोटिस दिया था, यदि नहीं तो कैसे और किन परिस्थितियों में दुकान में ताला बंद किया गया। वीडियो क्लिप देखने से साफ लगता है कि दुकान से दवा इधर-उधर किया जा रहा है तो इस पर आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने क्या कार्रवाई की और मामले में पुलिस पार्टी क्यों बन रही है। जेसीपी के इस कड़े सवाल पर थाना प्रभारी भरत उपाध्याय निरुत्तर हो गए। जेसीपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दे दिया है। पीड़ित पत्रकार एवं दवा व्यवसाई विनय कुमार पांडे ने मंडुवाडीह थाना प्रभारी भरत उपाध्याय पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि थाना प्रभारी की सह पर मकान मालिक व उनके बेटे अतुल मिश्रा व अमित मिश्रा ने मेरी दुकान में बीते 10 जुलाई को मुझे जबरन दुकान से बाहर निकाल कर ताला जड़ दिया। इस मामले की जानकारी मेरे द्वारा थाने से लेकर लहरतारा पुलिस चौकी को दी गई। चौकी पर घंटे भर पंचायत भी चली।पंचायत में आरोपियों ने चौकी प्रभारी के सामने कहा कि मुझसे गलती हुई है,पर ताला नहीं खोलेंगे। वैसे इस मामले में पुलिस ने मेरी कोई मदद नहीं किया। मकान मालिक के बेटों ने 10 जुलाई से लेकर 17 जुलाई तक मेरी दुकान से लगभग 30 लाख रुपए मूल्य की दवा गायब कर दिए हैं। पीड़ित इस मामले में 17 जुलाई को थाना प्रभारी को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग किया,पर उन्होंने मेरे ऊपर दबाव बनाया कि मकान मालिक का कमरा खाली कर दो वर्ना अंजाम बुरा होंगे। पीड़ित का आरोप यह भी है कि थाना प्रभारी ने यह भी कहा कि तुम्हारे विपक्षियों से तहरी लेकर तुम्हारे खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज जेल भेज दूंगा। जेसीपी से मिलने वालों में पत्रकार प्रेस क्लब के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम पाठक सहित सैकड़ो पत्रकार उपस्थित थे।