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प्रधान जीत के बाद विक्ट्री साइन दिखाते हुए। उन्होंने कहा कि वे भाजपा की रीति और नीति पर भराेसा करेंगी।
चिड़ावा पंचायत समिति प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव चर्चा के बाद सिर्फ एक वोट से गिर गया। ऐसे में इंद्रा डूडी प्रधान पद पर कायम रहेंगी।
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हालांकि इसमें सबसे बड़ा रोल झुंझुनूं विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी रहे बबलू चौधरी की पत्नी मधु चौधरी का रहा। वह प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में शामिल नहीं हुई। वहीं एक सदस्य मां की तबीयत खराब होने का बहना बनाकर बाड़ाबंदी से बाहर निकला, जो फिर से बाड़ाबंदी में शामिल नहीं हुआ।
कुर्सी बचने के बाद प्रधान इंद्रा डूडी ने भी साफ संकेत दे दिए कि वह जल्द ही भाजपा जॉइन कर सकती है। वोटिंग के बाद प्रधान इंद्रा डूडी ने कहा- भाजपा नेता बबलू चौधरी के कारण ही उनकी कुर्सी बच पाई है।
उन्होंने कहा कि उसके खिलाफ पूरा षड्यंत्र रच लिया गया था। अब वह जो आदेश करेंगे, उसकी पालना होगी। वहीं बबलू चौधरी ने कहा कि आलाकमान से बात चल रही है। पूरे सम्मान के साथ इन्हें भाजपा जॉइन करवाई जाएगी।
इंद्रा डूडी ने कहा कि इसमें कोई संशय नहीं है। बबलू चौधरी जो कहेंगे उसकी ही पालना की जाएगी। मेरी कांग्रेस- भाजपा और निर्दलीय सब बबलू ही है, इसलिए इसमें कोई संशय नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रधान जल्द ही भाजपा का दामन थामने वाली है।
पक्ष और विपक्ष के दावे फेल हुए
वोटिंग के दौरान पक्ष और विपक्ष के दावे फेल हो गए। अविश्वास से पहले विपक्ष ने दावा किया था उनके साथ 17 सदस्य है। वहीं प्रधान इंद्रा डूडी ने दावा किया था कि उनके पास 9 सदस्यों का समर्थन है। जब वोटिंग हुई तो दोनों के ही दावे फेल नजर आए। अकेली प्रधान इंद्रा डूडी ने खुद के पक्ष में वोट किया। इंद्रा डूडी के खेमे के सदस्य गायब थे। वही विपक्ष की ओर से 15 सदस्यां ने ही वोटिंग डाली।
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