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‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान की शुरूआत में शामिल हुए पूर्व मंत्री निर्मल सिंह।
हरियाणा के अंबाला में वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की अगुवाई में ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान की शुरूआत की गई। इस दौरान भाजपा सरकार से जवाब तलब किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इस सरकार की नीयत में ही खोट है
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सरकार की नीयत में ही है खोट
अंबाला शम्भु बॉर्डर और पूरे अंबाला में धारा 144 व पुलिस कंपनियों के लगाए जाने पर निर्मल सिंह ने कहा कि ये सरकार किसान और किसानी के खिलाफ है, और ये किसानों को खत्म करके किसानी कुछ चन्द पूंजी पतियों के हाथ में देना चाहती है। शम्भू बॉर्डर के लेकर उन्होंने कहा कि आज बड़े हैरत की बात है ये सरकार आज सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के फैसले को भी मानने को तैयार नहीं है। इससे साफ है कि इस सरकार की नीयत में ही खोट है। ये बॉर्डर खोलना ही नहीं चाहती बॉर्डर ना खुलने से व्यापारी कर्मचारी व आमजन आज हताश और परेशान है पर सरकार को किसी भी वर्ग से कोई लेना देना नही है।
हरियाणा में बिक रहा सबसे ज्या नशा
निर्मल सिंह ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा नशा आज हरियाणा में बिक रहा है। सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर हरियाणा में हैं। आज हरियाणा की तरह पोर्टल, फैमिली आईडी गुजरात में लागू क्यों नहीं हैं? बीजेपी ने हरियाणा के लोगों को पोर्टल और आईडी के मकड़जाल में क्यों फंसा रखा है। निर्मल सिंह ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज हरियाणा का युवा बेरोजगारी, नशा और पलायन की चपेट में आ गया। देश की सीमा पर रक्षा करने का सपना देखने वाला युवा आज डंकी के रास्ते दूसरे देश की सीमाओं को अवैध रूप से पार कर पलायन को मजबूर क्यों है?
प्रदेशों के लोग किए गए भर्ती
उन्होंने कहा कि आज कोई भी व्यक्ति आरटीआई के माध्यम से पता कर सकता है कि हरियाणा की पक्की नौकरियों में ज्यादातर युवा दूसरे प्रदेशों के लोग भर्ती किए गए है। हरियाणा के नौजवानों को सीईटी, पेपर लीक, भर्ती घोटालों,कौशल निगम, अग्निवीर और कच्ची भर्तियों में उलझाकर उनका भविष्य बर्बाद कर दिया।
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