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हजारीबाग के बड़कागांव महुदी-सोनपुरा इलाके में आज हिंसक झड़प हुई है। इस हिंसक झड़प में कुछ लोग घायल हुए हैं। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। जानकारी के मुताबिक हंगामा रामनवमी रूट निर्धारण को लेकर धरना दे रहे एक पक्ष के लोगों और प्रशासन के बीच हुआ है। दो घ
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लोगों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से लाठीचार्ज के साथ आंसू गैस के गोले भी छोड़े। क्षेत्र में जिले के एसपी सहित दूसरे पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। पूरे क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती की गई है। अब भी जवान मौजूद हैं। इस बीच एक पक्ष के लोगों की ओर से स्थानीय बड़कागांव विधायक का पुतला भी फूंका गया है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक तीन दिन पहले से बड़कागांव प्रखंड के सोनपुरा गांव स्थित महुदी सरकारी स्कूल के पास महुदी और सोनपुरा गांव के कुछ लोग रामनवमी जुलूस रूट की मांग को लेकर धरना पर बैठे हुए थे। इसी वजह से प्रशासन एक्टिव हुआ। चूंकि इसी रूट पर मुहर्रम जुलूस भी निकलता है।
ऐसे में प्रशासन किसी भी अनहोनी की आशंका को देखते हुए धरना में बैठे लोगों से हटने की अपील प्रशासन की। इसे लेकर थाना में बैठक हुई। बैठक में दोनों पक्षों के लोग मौजूद रहे। जहां यह निर्णय लिया गया कि मुहर्रम बीत जाने दिया जाए इसके बाद 21 जुलाई को बैठक की जाएगी।
ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक अंबा प्रसाद का पुतला दहन किया
प्रशासन की नहीं मानी बात, ग्रामीणों ने धरना रखा जारी
धरने पर बैठक लोगों की मांग थी कि पहले हमारी मांग पूरी कीजिए फिर धरना खत्म किया जाएगा। बात नहीं बनने पर धरना जारी रहा। चूंकि इसी रास्ते में मुहर्रम का जुलूस भी निकलना था तो प्रशासन रूट खाली करने के प्रयास में लग गई।
क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। रात में जिले के एसपी सहित कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। प्रशासन प्रयास कर रहा था कि धरना खत्म हो जाए पर लोग जिद पर अड़े हुए थे।
बताया जा रहा है कि एक पक्ष के लोग रामनवमी जुलूस के जिस रूट निर्धारण को लेकर धरना दे रहे हैं, उसकी मांग 40 साल से अधिक पुरानी है। इस रास्ते से रामनवमी का जुलूस नहीं निकलता है। गांव के लोगों का कहना है कि जब मुहर्रम का जुलूस निकल सकता है तो रामनवमी जुलूस के लिए रूट क्यों नहीं तय किया जा सकता है।
बीती रात भी प्रशासन के अधिकारियों ने समझाने का प्रयास किया
बीती रात प्रशासन ने की कार्रवाई
सोमवार की रात भी प्रशासन धरना समाप्त कराने का प्रयास करती रही। लेकिन जब लोग नहीं माने तब धरना में बैठे अमन कुमार और अजय कुमार सिंह को पुलिस ने उठा लिया। दोनों को रात 10 बजे से 10.15 बजे के बीच हिरासत में ले लिया।
प्रशासन की इस धरने को अवैध बता रही है, जबकि ग्रामीणों का कहना है कि हमने धरना की जानकारी आवेदन के रूप में दी थी। जानकारी के मुताबिक धरने पर बैठे एक पक्ष के लोगों ने प्रशासन को आवेदन जरूर दिया था पर प्रशासन की ओर से स्वीकृति नहीं दी गई।
गांव में तैनात पुलिस के जवान
नाराज लोगों ने किया हंगामा
आज सुबह मुहर्रम का जुलूस प्रशासनिक संरक्षण में महुदी से निकाला गया। जुलूस धरना वाले रास्ते से होकर कनौदा बस्ती तक पहुंचा। यहीं सभी जुलूस का मिलन होता है। इसके बाद जुलूस लौटने लगती है। आज सुबह निकली जुलूस वापसी के क्रम में जब धरना स्थल पर पहुंची तब एक पक्ष के लोग वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहे थे।
जिसे प्रशासन ने वीडियो बनाने से रोका। इसी दौरान बात बढ़ गई। पुलिस की ओर से लाठी चार्ज किया गया। आंसूगैस के गोले भी छोड़े गए। प्रशासन पर पत्थरबाजी भी की गई। बताया जा रहा है कि इस अफरा-तफरी में एक व्यक्ति सहित एसडीपीओ और बीडीओ को चोट आई है।
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