[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
नई दिल्ली, एजेंसियां। पैगंबर मोहम्मद के नाती की मौत के शोक के आठवें दिन सोमवार को पूरे देश में मुहर्रम के जुलूस निकाले गए। इस दौरान बिहार के नवादा में फलस्तीनी झंडा फहराने में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।
श्रीनगर में लगातार दूसरे साल यह दिन मनाया गया और बिहार के नवादा में फलस्तीनी झंडे लहराए गए, जिसके कारण तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने कहा कि कश्मीर के शिया समुदाय ने पारंपरिक गुरु बाजार-डलगेट मार्ग पर शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस निकाला। अधिकारियों ने कहा कि कुछ शोक मनाने वाले फलस्तीनी झंडे लिए हुए थे और फलस्तीन में लोगों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने का आह्वान कर रहे थे।
कश्मीर में आतंकवाद के भड़कने के बाद मुहर्रम के जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। तर्क यह दिया गया कि अलगाववादी बड़ी सभा का गलत मकसद से दुरुपयोग कर सकते हैं। हजारों की संख्या में लोग सुबह 5:30 बजे गुरुबाजार में एकत्र हुए। अधिकारियों ने जुलूस के लिए सीमित समय दिया था ताकि सामान्य जनजीवन प्रभावित न हो। अधिकारियों ने लगातार दूसरे साल मुहर्रम जुलूस को पारंपरिक मार्ग से निकालने की अनुमति दी है।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
[ad_2]
Source link