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18वीं शताब्दी में तैयार हुए जयगढ़ किले में दिसंबर में जयगढ़ हेरिटेज फेस्टिवल का आयोजन होगा, जहां कन्वर्सेशन, हेरिटेज वॉक, वर्कशॉप्स, क्रॉफ्ट बाजार, साउंड एंड लाईट शो और एग्जॉटिक स्थानीय व्यंजनों के प्रदर्शन के जरिए राजस्थान की समृद्ध विरासत, इतिहास औ
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सवाई पद्मनाभ सिंह ने ‘द जयगढ़ हेरिटेज फेस्टिवल’ के पहले संस्करण की घोषणा की
जयपुर के पूर्व राज परिवार के महाराजा सवाई पद्मनाभ सिंह ने ‘द जयगढ़ हेरिटेज फेस्टिवल’ के पहले संस्करण की घोषणा की। ये फेस्टिवल 27-29 दिसंबर 2024 तक जयगढ़ फोर्ट में आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन को जेएलएफ का आयोजन करने वाले टीमवर्क आर्ट्स के साथ मिलकर किया जाएगा। आयोजन को लेकर सवाई पद्मनाभ सिंह ने बताया कि पिछली बार आयोजन छोटे लेवल पर किया गया था, लेकिन इस बार जयगढ़ फेस्टिवल को लार्ज स्केल पर करने की तैयारी है। राजस्थान के सबसे पुराने और मध्यकालीन किलों में से एक जयगढ़ के महत्व के साथ-साथ जयपुर और पूरे ढूंढाड़ क्षेत्र की कला, संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देने का ये प्रयास है।
‘बिल्ट’ हेरिटेज को बढ़ावा देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता- संजॉय के रॉय
वहीं टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक, संजॉय के. रॉय ने कहा- “विश्व के सबसे बड़े साहित्यिक समागम; वार्षिक जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के प्रोड्यूसर्स टीमवर्क आर्ट्स, एच.एच. महाराजा सवाई पद्मनाभ सिंह के सहयोग से जयगढ़ हेरिटेज फेस्टिवस प्रस्तुत करने पर उत्साहित हैं। भारतीय कला, संस्कृति, साहित्य और ‘बिल्ट’ हेरिटेज को बढ़ावा देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता निरंतर है, जिस प्रकार से हम भव्य मंचों पर परफॉर्मिंग और विजुअल आर्ट्स का जश्न मनाते और उनका प्रदर्शन करते आ रहे हैं। जयपुर के सांस्कृतिक परिदृश्य और विरासत को और आगे बढ़ाने के इस नए प्रयास में हमारे साथ जुड़ें।”
सवाई पद्मनाभ सिंह ने कहा- “जयगढ़ हेरिटेज फेस्टिवल के लॉन्च पर, हम राजस्थान के सबसे पुराने और सबसे प्रमुख मध्यकालीन किलों में से एक जयगढ़ के महत्व के साथ-साथ जयपुर और पूरे ढूंढाड़ क्षेत्र की कला, संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देने के लिए मेरे परिवार की अटूट प्रतिबद्धता का जश्न मनाते हैं। यह फेस्टिवल न केवल इस क्षेत्र के समृद्ध इतिहास और परंपराओं पर प्रकाश डालेगा, बल्कि जयपुर को भारत के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में और भी आगे बढ़ाने में मदद करेगा। राजसी वैभव और जीवंत विरासत के हमारे उत्सव में शामिल हों, जो जयपुर को विश्व के अग्रणी सांस्कृतिक केंद्रों में से एक बनाते हैं।”
आमेर फोर्ट परिसर की प्राचीर के ऊपर स्थित भव्य जयगढ़ फोर्ट 18वीं शताब्दी का है और जयपुर के तत्कालीन राजपरिवार की विरासत के हिस्से के रूप में ऐतिहासिक महत्व रखता है। यह भव्य फोर्ट फेस्टिवल के लिए बैकड्रॉप और वेन्यू के रूप में काम करेगा, जहां लोक, शास्त्रीय और समकालीन संगीत में विशेषज्ञता रखने वाले विविध कलाकारों द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा। इस फेस्टिवल में कन्वर्सेशन, हेरिटेज वॉक, वर्कशॉप्स, क्रॉफ्ट बाजार, साउंड एंड लाईट शो तथा एग्जॉटिक स्थानीय व्यंजनों के प्रदर्शन के माध्यम से राजस्थान की समृद्ध विरासत, इतिहास और संस्कृति पर भी प्रकाश डाला जाएगा। उपस्थित लोगों को एक प्राचीन किले के भीतर अनूठी म्यूजिकल जर्नी का अनुभव करने का अवसर मिलेगा, साथ ही वे इसके शाही वैभव का भी आनंद उठा सकेंगे।
फेस्टिवल का उद्देश्य जयपुर की समृद्ध परंपराओं पर रोशनी डालना
जयगढ़ हेरिटेज फेस्टिवल जयगढ़ फोर्ट के महत्व और जयपुर की कला, संस्कृति और इतिहास के संरक्षण और संवर्धन के लिए राज परिवार के समर्पण को रेखांकित करता है। इस फेस्टिवल का उद्देश्य जयपुर की समृद्ध परंपराओं पर रोशनी डालना और शहर को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने में योगदान देना है।
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