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कुंज शर्मा । कैथल शहर में सात कॉलोनियों में रहने वाली करीब 17 हजार की आबादी 10 से 20 साल के बाद अपनी कॉलोनी में गलियां, नालियां बनते और स्ट्रीट लाइट की रोशनी देखगी। वहीं सीवरेज की लाइन डाली जाएगी और पीने का पानी भी घर-घर पहुंचेगा। इससे हजारों लोगों क
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नप से मिली जानकारी के अनुसार इन कॉलोनियों में करीब 8 करोड़ 94 लाख रुपए से लगभग 170 गलियों और नालियों का निर्माण होगा। इसके लिए 12 जुलाई को टेंडर लगा है, जो 22 जुलाई को खुलेगा। इसके साथ ही स्ट्रीट लाइट के लिए भी नप ने टेंडर लगाए गए हैं, जिसके बाद यहां स्ट्रीट लाइट भी रोशनी बिखेरेगी। पंत नगर करीब 10 साल पहले आबाद हुआ। यहां पर करीब 3 हजार की आबादी रहती है। पहली बार यहां पर गलियों और नालियों का निर्माण होगा। यहां करीब 25 से 30 गलियां कच्ची हैं। जिनके निर्माण पर करीब 1 करोड़ 72 लाख 67 हजार 318 रुपए खर्च होंगे। हालांकि ये राशि यहां के रहने वाले कम बता रहे हैं।
अभी तक लोग कच्ची गलियों से ही आना-जाना कर रहे थे। बरसात के मौसम में यहां घरों तक पहुंचना ही अपने आप में बड़ा संघर्ष होता है। यहां पर स्ट्रीट लाइट भी नाम मात्र हैं। करीब 20 साल पहले आबाद हुई शुगर मिल कॉलोनी पार्ट टू में दो से ढाई हजार की आबादी रहती है। इस कॉलोनी को अब कच्ची गलियां से छुटकारा मिलेगा। यहां पर 1 करोड़ 1 लाख 28 हजार 892 रुपए से गलियां और नालियां बनेगी। यहां सीवरेज और पानी की सुविधा भी लोगों के पास नहीं है। सालों से ये लोग पक्की गली, नाली, स्ट्रीट लाइट, सीवरेज लाइन और पीने के पानी घर तक पहुंचे उसका इंतजार कर रहे थे। अब जाकर इन्हें ये मूलभूत सुविधा मिलेगी। जनकपुरी कॉलोनी एक्सटेंशन-थ्री जनकपुरी कॉलोनी, जो करीब 20 साल पहले बनी, जो आज पूरी तरह से आबाद है। लेकिन यहां की करीब तीन से चार हजार आबादी आज भी विकास से वंचित है। अब नियमित होने के बाद इस कॉलोनी में 67 लाख 15 हजार 717 रुपए से गलियां, नालियां बनेंगी। यहां पर 25 गलियां कच्ची हैं। बरसाती मौसम में यहां अपने घर तक पहुंचना भी कठिन हो जाता है। शहीद भगत सिंह कॉलोनी एक्सटेंशन भी करीब 10 से 15 साल पुरानी है। यहां भी 15 से 20 गलियां कच्ची हैं।
नप यहां पर 1 करोड़ 73 लाख 97 हजार 889 रुपए से बनेंगी गलियां और नालियों का निर्माण करवाएंगी। नियमित हुई सभी कॉलोनियों में करोड़ों रुपए के विकास कार्य होंगे। प्राथमिकता गलियां और नालियां बनाने को दी जा रही है। इसके अलावा सभी वार्डों में जरूरत के अनुसार स्ट्रीट लाइटें भी लगेंगी। इसके बाद अन्य जो भी काम पार्षद बताएंगे, उसी अनुसार काम किए जाएंगे। -कुलदीप मलिक, ईओ, नगर परिषद, कैथल। कैथल | पंत नगर की कच्ची गलियां, इन गलियों से लोग बरसों से आना- जाना कर रहे हैं। ऑक्सफोर्ड कॉलोनी करीब 12 साल पहले आबाद हुई थी। यहां 20 से 25 गलियां कच्ची हैं। जिनके निर्माण पर 1 करोड़ 48 लाख 88 हजार 326 रुपए खर्च होंगे। यहां करीब दो हजार की आबादी रहती है। लेकिन बरसों से मूलभूत सुविधा से वंचित हैं। अब यहां पर विकास कार्य होंगे। लोगों को गलियों में स्ट्रीट लाइट से रोशनी दिखाई देगी। करीब 10 साल पहले बसी मायापुरी कॉलोनी एक्सटेंशन वन में करीब दो हजार की आबादी रहती है। लेकिन कच्ची गलियां, स्ट्रीट लाइट बस नाम मात्र है। अब नियमित होने पर यहां पर करीब 1 करोड़ 18 लाख 41 हजार 618 रुपए से गलियां और नालियां बनेंगी।
यहां पर 20 से ज्यादा गलियां कच्ची हैं। सालों से लोग यहां विकास कार्यों का इंतजार कर रहे हैं। वार्ड 12 से पार्षद बलजीत सिंह ने बताया कि जनकपुरी कॉलोनी सहित अन्य कॉलोनियों के टेंडर लगे हैं। उम्मीद है जल्द ही काम शुरु होगा। इससे बड़ी आबादी को फायदा होगा। उम्मीद है कि अब नियमित हुई कॉलोनियों में विकास कार्य होते रहेंगे। वहीं वार्ड सात से पार्षद विजय ने बताया कि पंत नगर के विकास के लिए साढ़े तीन करोड़ रुपए खर्च होंगे। आधी राशि के टेंडर लगे हैं। शेष राशि के भी जल्द टेंडर लगेंगे, ताकि यहां विकास में कमी न रहे।
करीब 10 साल पहले बसी रणधीर कॉलोनी में तीन हजार की आबादी रहती है। यहां पर सालों बाद नगर परिषद 1 करोड़ 15 लाख 13 हजार 355 रुपए से गलियां और नालियां बनाएगी। यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि कॉलोनी में 20 से 25 गलियां कच्ची हैं। बारिश के दौरान यहां पर आने-जाने में परेशानी होती है। स्ट्रीट लाइट की सुविधा भी कम है।
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