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पश्चिमी फरीदाबाद को ग्रेटर फरीदाबाद से जोड़ने वाली दो एलिवेटेड सड़क परियोजना पर करीब 1600 करोड़ की लागत आएगी। इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो चुकी है। अब इस परियोजना के बजट की मंजूरी के लिए 10 जुलाई को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) की बैठक में विचार के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।
एफएमडीए के अधिकारी बैठक के एजेंडे की तैयारी में जुटे हैं। बैठक में बजट को मंजूरी मिलते ही एफएमडीए निविदाएं जारी करेगा। फिलहाल एनआईटी से ग्रेटर फरीदाबाद आवागमन के लिए बड़खल, नीलम चौक और बाटा चौक पर रेलवे ओवरब्रिज बने हुए हैं। इसके बीच का रास्ता करीब 20 से 25 मिनट का है, लेकिन इन तीनों फ्लाई ओवर में वाहनों का बहुत अधिक दवाब होने से कारण अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। इससे लोगों का समय काफी बर्बाद होता है।
ऐसे में नया शहर ग्रेटर फरीदाबाद बसाए जाने के मद्देनजर तत्कालीन मुख्यमंत्री ने एनआईटी से ग्रेटर फरीदाबाद तक के लिए दो एलिवेटेड सड़क बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। अब इसकी डीपीआर बनकर तैयार हो गई है। इसके बनने के बाद लोग बिना किसी रुकावट के लिए सीधे ग्रेटर फरीदाबाद की आवाजाही कर सकेंगे। यहां से हजारों लोग प्रतिदिन गुरुग्राम की आवाजाही करते हैं।
यह होगा रूट मैप
पहला एलिवेटेड मार्ग : इस परियोजना में प्रस्तावित पहली एलिवेटेट रोड सैनिक कॉलोनी के निकट अरुण जेटली वित्तीय प्रबंधन संस्थान के सामने से शुरू होगी। बड़खल-अनखीर गांव के सामने से होते हुए एशियन अस्पताल के सामने रेलवे पुल से जुड़ेगी। फिर सीधे ग्रेटर फरीदाबाद स्थित अमृता अस्पताल तक इसे जोड़ा जाएगा। इसमें बड़खल झील और रेलवे पुल के पास इंटरचेंज बनेगा। इस पर मंथन किया जाएगा।
दूसरा एलिवेटेड मार्ग : इस परियोजना में दूसरी एलिवेटेट रोड भी प्रस्तावित की गई है। एनएच-3 गुरुग्राम रोड से बाटा रेलवे ओवरब्रिज पर राष्ट्रीय राजमार्ग की तरफ उतरते समय स्लिप रोड का निर्माण किया जाएगा। यह स्लिप रोड नीलम पुल की तरफ ऊपर उठती हुई जाएगी। यहां से यही सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग को पार करते हुए कोर्ट रोड से जुड़ेगी।
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