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भास्कर न्यूज | चित्तौड़गढ़ उदयपुर रेंज आर्ईजी अजयपाल लांबा ने पुलिस लाइन में अपराध गोष्ठी लेकर जिले के अपराधों की समीक्षा की। 30 प्रतिशत से ज्यादा पेंडिग प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण कर 15 प्रतिशत से नीचे लाने के दिशा-निर्देश दिए। बैठक में एसपी सुधीर जोश
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गोष्ठी में उन्होंने गिरफ्तारी, अनुसंधान में कमी सहित अन्य कारणों से 250 से ज्यादा लंबित प्रकरणों की फाइलें मंगवाकर थाना प्रभारियों से चर्चा की। कई में तो खुद निष्कर्ष निकालते हुए पेंडेंसी खत्म करने के तरीके भी बताए। एक वर्ष से ज्यादा पुराने पेंडिंग प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने, थाने के मालखानों को व्यवस्थित कर माल का रख-रखाव और निस्तारण करने तथा थाने पर दर्ज प्रकरणों में तुरंत अनुसंधान कर पीड़ित को न्याय दिलवाने की बात कही। महिला अत्याचार, संपत्ति संबंधी अपराधों, पॉक्सो प्रकरण व अन्य अपराधों में शीघ्र कार्रवाई कर अतिशीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए। सभी थानाधिकारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्र में अपराधियों के सोशल मीडिया ट्रेंड्स पर आपराधिक गतिविधियां आदि पर सतत् निगरानी के निर्देश भी दिए। अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए कैटेगरी बनाकर एक साथ दबिश देने, ग्राम रक्षक, सीएलजी सदस्य एवं पुलिस मित्रों की सामुदायिक पुलिसिंग से संबंधित कार्यक्रम, अभियानों एवं कानून व्यवस्था के दौरान भागीदारी सुनिश्चित करने के संबंध में चर्चा कर निर्देश दिए। आईजी लांबा ने थाने पर आने वाले परिवादियों के साथ अच्छा व्यवहार करने तथा उनके द्वारा दिए जाने वाले परिवादों पर तुरंत कार्रवाई करने की बात कही। इस दौरान एएसपी चित्तौड़गढ़ परबत सिंह, सिकाऊ एएसपी मुकेश सांखला, रावतभाटा भगवत सिंह सहित जिले के डीएसपी एवं थानाधिकारी मौजूद थे। आईजी और एसपी ने पुलिस लाइन में पौधरोपण भी किया।
नए कानून, साक्ष्य जुटाने में आने वाली दिक्कतों पर चर्चा गोष्ठी के दौरान आईजी लांबा ने गत 1 जुलाई को लागू हुए नए कानून भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम के क्रियान्विति एवं आमजन में नए कानून के प्रचार प्रसार और जागरुकता के दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान वारदात या कार्रवाई के बाद साक्ष्य जुटाने, वीडियोग्राफी करवाने सहित विभिन्न बिंदुओं पर संभावित परेशानियों को लेकर भी उठे सवालों के हल बताए।
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