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4 जुलाई रात्रि में 2.30 को गणाचार्य विराग सागर महाराज समाधिस्थ हो गये । समाधि के समाचार सुनते ही समाज भाव शून्य हो गया ।50 से ज्यादा दीक्षा प्रदाता विशाल संघ के जननायक परम पूज्य गणाचार्य 108 विरागसागर गुरुदेव की समाधि 4 जुलाई 2024 को प्रातः 2.30 बजे
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आचार्य विरागसागर महाराज की जालना में हुई समाधि पर जयपुर की कई संस्थाओं के पदाधिकारियों ने नम आंखों से विनयांजलि एवं श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक व्यक्त किया। राजस्थान जैन सभा जयपुर के मंत्री विनोद जैन कोटखावदा ने बताया किराजस्थान जैन सभा जयपुर के अध्यक्ष सुभाष चन्द जैन, महामंत्री मनीष बैद,राजस्थान जैन सभा के मंत्री एवं राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा,प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन, दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी के अध्यक्ष एडवोकेट सुधान्शु कासलीवाल, श्री महावीर दिगम्बर जैन शिक्षा परिषद जयपुर के अध्यक्ष उमराव मल संघी, श्री दिगम्बर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर के कार्याध्यक्ष प्रमोद पहाडियाँ, डॉ शीला जैन, अतिशय क्षेत्र पदमपुरा के मानद् मंत्री एडवोकेट हेमंत सोगानी, भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी के अंचल अध्यक्ष राज कुमार कोठयारी, पदम बिलाला, कमल बाबू जैन, महेश काला, सुनील बख्शी, अशोक जैन नेता,भारत भूषण जैन, चेतन जैन निमोडिया, कमल वैद आदि ने आचार्य श्री के निधन को सम्पूर्ण विश्व के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि अध्यात्म युग का अन्त हो गया है। जिन शासन के सूर्य का अन्त हो गया है। आचार्य श्री की समाधि से जैन धर्म में सूनापन आ गया है।
नोद जैन कोटखावदा ने बताया कि आचार्य श्री के समाधि के समाचारों से जयपुर सहित पूरे देश में प्रवासरत दिगंबर जैन संतों, आर्यिका माताओं ने भी दिनभर उपवास रखकर विन्यांजलि दी। जयपुर में आचार्य शशांक सागर महाराज,श्री महावीर जी से जयपुर की ओर विहाररत उपाध्याय उर्जयन्त सागर महाराज मुनि समत्व सागर महाराज, मुनि शील सागर महाराज, मुनि महिमा सागर महाराज, गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी ससंघ आदि सभी साधु संतो ने तथा हजारों श्रावकों ने निराहार रहकर दिन भर उपवास रखा। आचार्य श्री के अंतिम संस्कार की क्रियाओं के समय विश्व शांति प्रदायक णमोकार महामंत्र का जाप किया। श्री जैन के मुताबिक आचार्य श्री अपने अंतिम समय में निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव सुधा सागर जी महाराज के सम्पर्क में थे। दो दिन पूर्व आचार्य श्री को हार्ट अटैक आने पर मुनि सुधा सागर महाराज ने विडियो काल के जरिए उन्हें सम्बोधन भी दिया था। मुनि सुधा सागर महाराज पिछले महीने ही आचार्य विराग सागरजी महाराज द्वारा बनाये गये पथरिया के विरागोदय तीर्थ पहुंचे थे।
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