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नई दिल्ली. दौर भले 21वीं सदी का हो, आज बच्चे भले रैप, हिप हॉप सॉन्ग्स पसंद करते हो. लेकिन, 70-80-90 के दशक की फिल्में ही नहीं गानों को आज भी खूब पसंद किया जाता है. फिल्म के लिखने की पीछे जैसे कोई कहानी होती है, वैसी ही मजेदार कहानियां फिल्मों के गानों के लिए भी होती है. फिल्म में कितने गाने होंगे, किस सिचुएशन में होंगे, कौन गाएगा और उन गानों को कैसे फिल्माया जाएगा, ये सब फिल्म की कहानी के बाद तय होता है. क्या आप जानते हैं कि सदी का सबसे रोमांटिक गाना जावेद अख्तर ने 5 मिनट में लिख दिया, जिसको आरडी बर्मन ने 5 सेकेंड कंपोज किया था. ये गाना कोई और नहीं बल्कि ‘एक लड़की को देखा तो…’लेकिन इस गाने के पीछे एक गजब की कहानी है. जो फराह खान ने बयां की है.
फराह खान ने बॉलीवुड में कोरियोग्राफी में क्रांति ला दी है और हमें कुछ सबसे यादगार हुक स्टेप्स दिए हैं, जिनमें ‘यू आर माई सोनिया’, ‘इट्स द टाइम टू डिस्को’, ‘एक पल का जीना’ जैसे कई गानें शामिल हैं. कोरियोग्राफर और डायरेक्टर फरहा खान ने हाल ही में महान संगीतकार आरडी बर्मन के प्रति अपने प्यार को बयां किया.
आरडी बर्मन संगीत प्रभावित है ‘मैं हूं ना’
‘दम मारो दम’ सुनने के बाद तो जैसे उन्हें उनके संगीत से गहरा प्यार हो गया. उन्होंने बताया कि महान संगीतकार के प्रति उनके प्यार ने उनकी फिल्म ‘मैं हूं ना’ के संगीत को प्रभावित किया. रेडियो नशा के साथ बातचीत में उन्होंने आरडी बर्मन के संगीत के बारे में खुलकर बात की. फराह ने बताया कि मेरी दूसरी फिल्म, ‘1942: ए लव स्टोरी’ के लिए, जब मुझे पता चला कि आरडी बर्मन संगीत तैयार कर रहे हैं, तो मैं एक्साइटेड हो गईं. मैं एक चमची की तरह संगीत रिकॉर्डिंग के लिए जाती थी और हर सिटिंग के दौरान मैं मौजूद रहती थी. मेरे लिए, यह संगीत के देवता को देखने जैसा था.
2004 में ये फिल्म रिलीज हुई थी.
गाना लिखना भूल गए थे जावेद अख्तर
इस दौरान उन्होंने फिल्म ‘1942: ए लव स्टोरी’ की मेकिंग का एक दिलचस्प किस्सा साझा किया, जिसके लिए बर्मन संगीत तैयार कर रहे थे और जावेद अखर गीत लिख रहे थे. उन्होंने बताया ‘एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा’ गाने की मेकिंग को उन्होंने याद किया. फराह ने बताया निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा और फिल्म में असिस्टेंट की भूमिका निभाने वाले संजय लीला भंसाली के साथ एक संगीत बैठक के दौरान गीतकार जावेद अख्तर बिना किसी तैयारी के पहुंच गए.
जब कोरा कागज लेकर मीटिंग में पहुंचे जावेद अख्तर
फराह ने आगे बताया, जावेद अंकल एक कोरा कागज लेकर अंदर आए. उन्होंने कुछ नहीं लिखा था. वह भूल गए थे. वह ज्यादातर अपना होमवर्क नहीं करते थे. उन्होंने कहा, ‘अच्छा क्या है, फिर से बताओ.’ उन्हें वह सीक्वेंस सुनाया गया, जहां अनिल कपूर का किरदार पहली बार मनीषा कोइराला को देखता है और उनसे प्यार करने लगता है. उन्होंने अपने असिस्टेंट को बुलाया और उसे निर्देश दिया, ‘अच्छा लिखना शुरू करो’ और जावेद अंकल ने बोलना शुरु किया, ‘एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा, जैसा खिलता गुलाब, जैसा शायर का ख्वाब, जैसे बन में हिरण.’ उन्होंने इसी तरह की पांच और पंक्तियां लिखी थीं. हमने सबसे अच्छी पंक्तियां चुनीं और उन्होंने तुरंत कागज का टुकड़ा दिया और कहा, ‘यह लो हो गया गाना’.
1994 में ‘1942: ए लव स्टोरी’ फिल्म रिलीज हुई थी.
5 सेकेंड में गाने की धुन हुई थी तैयार
फराह खान ने आगे बताया कि सभी लोग तब हैरान रह गए जब आर डी बर्मन ने अपना हारमोनियम लिया और तुरंत धुन तैयार कर दी. फराह ने उन पलों को याद करते हुए कहा, ‘जब मैं इसके बारे में सोचती हूं तो मेरे रोंगटे खड़े हो जाते हैं. जावेद अंकल ने इसे 5 मिनट में लिखा और दादा (आर डी बर्मन) ने 5 सेकेंड में इसका धुन तैयार कर दिया. बेहतरीन चीजें ऐसे ही बनती हैं.’ यह गीत आज भी सबसे रोमांटिक गानों में से एक है. एक सदाबहार गीत.
ये हैं गाने के बोल
हो ओ … एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा, जैसे
खिलता गुलाब, जैसे
शायर का ख्वाब, जैसे
उजली किरन, जैसे
बन में हिरन, जैसे
चाँदनी रात, जैसे
नरमी बात, जैसे
मन्दिर में हो एक जलता दिया, हो!
ओ… एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा!
हो, एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा, जैसे
सुबह का रूप, जैसे
सर्दी की धूप, जैसे
वीणा की तान, जैसे
रंगों की जान, जैसे
बलखायें बेल, जैसे
लहरों का खेल, जैसे
खुशबू लिये आये ठंडी हवा, हो!
ओ… एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा!
हो, एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा, जैसे
नाचता मोर, जैसे
रेशम की डोर, जैसे
परियों का राग, जैसे
सन्दल की आग, जैसे
सोलह श्रृंगार, जैसे
रस की फुहार, जैसे
आहिस्ता आहिस्ता बढ़ता नशा, हो!
ओ… एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा!
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा!
विधु विनोद चोपड़ा ने भी सुनाया था किस्सा
ये ट्रैक बॉलीवुड में सबसे प्रतिष्ठित रोमांटिक नंबरों में से एक बन गया, लेकिन निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा ने हाल ही में खुलासा किया कि अगर जावेद नहीं होते तो यह ट्रैक एल्बम में शामिल नहीं हो पाता. सोनम कपूर की फिल्म ‘एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा’ के प्रमोशन के दौरान विधु विनोद चोपड़ा ने भी इस बारे में बात की थी. उन्होंने भी गाने के बनने की प्रक्रिया पर यही कहा था कि यह गीत पांच से छह मिनट में बनकर तैयार हुआ था.
Tags: Anil kapoor, Farah khan, Javed akhtar, Manisha Koirala
FIRST PUBLISHED : June 12, 2024, 07:41 IST
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