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Saudi Arabia News: सऊदी अरब में 14 जून से हज यात्रा की शुरुआत हो रही है. सऊदी को इस बार अनुमान है कि 20 लाख से अधिक मुस्लिम हजयात्रा के लिए सऊदी पहुंचेंगे. भारत समेत दुनियाभर में हजयात्रा को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. सऊदी अरब की सरकार ने भी हजयात्रा के लिए इस बार बड़ी व्यवस्थाएं की हैं. इसी बीच सऊदी प्रिंस एक ऐसा फरमान सुना दिया है, जिसेक बाद मुस्लिम देश आग बबूला हो गए हैं.
हज शुरू होने से पहले सऊदी के एक मंत्री का बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद बवाल अधिक बढ़ गया. सऊदी अरब ने साफ कर दिया है कि हजयात्रा के दौरान किसी भी तरह की नारेबाजी की इजाजत नहीं दी जाएगी, जिसके बाद सऊदी के मंत्री की सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना हो रही है. विश्लेषकों का मानना है कि सऊदी अरब के हज और उमार विभाग के मंत्री ने इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को ध्यान में रखते हुए यह बयान दिया है. सऊदी ने हाल ही में छात्रों के पाठ्यक्रम से इजरायल विरोधी कई पाठ्यक्रमों को भी हटाया है.
सऊदी ने क्यों लगाई रोक?
सऊदी के मंत्री तावफिक अल रबिआह ने कहा है कि हज इबादत का तरीख है और हम शांति को सुनिश्चित करने के लिए संकल्पित हैं. जिससे की सभी लोग अपनी परंपराओं का पालन कर सकें. ऐसे में किसी भी तरह की राजनीतिक नारेबाजी को मंजूरी नहीं दी जाएगी. सऊदी के मंत्री ने कहा कि सऊदी के शीर्ष नेतृत्व के आदेश पर राजनीतिक नारेबाजी पर रोक लगाई गई है, ऐसे में माना जा रहा है कि सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के आदेश की वजह से नारेबाजी पर रोक लगाई गई है.
इस्लाम और इबादत में कोई अंतर नहीं
सऊदी सरकार के इस आदेश की दुनियाभर के कई मुसलमान कड़ी आलोचना कर रहे हैं. एक्स हैंडल पर मुसलमान सऊदी को घेर रहे हैं. यह ऐसे समय में हो रहा है जब गाजा में हजारों लोगों की जान जा चुकी है. हज के बीच दुनियाभर के मुसलमान फिलिस्तीन का समर्थन कर रहे हैं, एक यूजर ने कहा इस्लाम जीवन जीने का तरीका है. इस्लाम में राजनीति और इबादत का कोई बंटवारा नहीं है.
गाजा युद्ध पर चुप है सऊदी
लोगों का कहना है कि हज के बीच सऊदी का अल सऊद परिवार सही कदम नहीं उठा रहा है. इस समय सऊदी का शीर्ष नेतृत्व दुनियाभर के मुसलमानों के निशाने पर है. एक यूजर ने लिखा जब गाजा में मुसलमानों के साथ अत्याचार हो रहा है, ऐसे में सऊदी का नेतृत्व चुप है.
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