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Pakistan China Relation : पाकिस्तान इस समय बुरी तरह आर्थिक तंगी से गुजर रहा है. इसको लेकर ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ 4 दिन के लिए चीन की यात्रा पर गए थे, लेकिन चीन ने उन्हें खाली हाथ लौटा दिया. पाकिस्तान के पीएम ‘चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर’ यानी CPEC के 4 नए प्रॉजेक्ट के लिए अरबों डॉलर की आस लेकर गए थे. इनमें से चीन ने केवल एक प्रॉजेक्ट को ही मंजूरी दी. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ आर्मी चीफ असीम मुनीर भी थे.
पाकिस्तान को लगाई फटकार
इस दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शहबाज शरीफ और आर्मी चीफ जनरल मुनीर को चीनी नागरिकों की हत्या के लिए फटकार भी लगाई. पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, चीन ने जिस प्रॉजेक्ट को मंजूरी दी है, उसका भारत लगातार विरोध करता आ रहा है. चीन अब कराकोरम हाईवे का विस्तार करेगा, इसके लिए 2 अरब डॉलर का निवेश भी होगा. यह हाईवे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से होकर गुजरेगा. चीन और पाकिस्तान इसी हाईवे के जरिए एक-दूसरे से जुड़े हैं. चीन ने शहबाज शरीफ से यह भी कहा कि इस हाईवे के विस्तार को शुरू करने के लिए थोड़ा समय लगेगा.
पाकिस्तान में फंस रहा चीन का पैसा
चीन लगातार पाकिस्तान में निवेश करता जा रहा है, लेकिन पाकिस्तान उस पैसे को वापस करने की स्थिति में नहीं दिख रहा, क्योंकि पाक की इस समय हालत पैसे वापस करने की नहीं है.अब वह चीन का पैसा लौटाने में आनाकानी कर रहा है. इसी को देखते हुए चीन ने शहबाज शरीफ के प्लान को मंजूरी नहीं दी.
बता दें कि 2014 में पाकिस्तान और चीन ने CPEC परियोजना की शुरुआत की थी. पाकिस्तान को लगता था कि इस प्रॉजेक्ट की वजह से ग्वादर दुबई जैसा बन जाएगा, लेकिन 10 साल बीतने के बाद भी हालात पहले जैसे ही हैं.
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने 10 साल में करीब 60 अरब डॉलर का निवेश पाकिस्तान में किया है. हालांकि, चीन अपने इस निवेश को दुनिया के सामने छिपाता रहा है. खबरें ये भी हैं कि चीन पाकिस्तान के ग्वादर में नौसैनिक अड्डा भी बना रहा है. चीन के इस प्लान पर पाकिस्तान की जितनी भी सरकारें आईं, उन्होंने पानी फेर दिया.
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