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कांग्रेस का अभेद्द किला माने जाने वाली मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट पर बीजेपी सेंध लगाने में कामयाब होती दिख रही है। बीजेपी उम्मीदवार बंटी विवेक साहू कांग्रेस के कद्दावर नेता कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को फछाड़ते हुए एक लाख वोटों से आगे चल रहे हैं। इसी के साथ बीजेपी उम्मीदवार की जीत लगभग तय हो चुकी है। आजाद भारत के इतिहास में यह दूसरी बार है जब कांग्रेस को हार का स्वाद चखना पड़ा है। इससे पहले 1997 में भी बीजेपी ने कांग्रेस को उसी के गढ़ में मात देते हुए जीत का परचम लहराया था। तब कमलनाथ को बीजेपी के सुंदर लाल पटवा से हार झेलनी पड़ी थी।
छिंदवाड़ा सीट पर सबसे पहला लोकसभा चुनाव साल 1952 में हुआ था। तब कांग्रेस उम्मीदवार और गुजरात के रहने वाले रायचंद भाई शाह ने यहां जीत हासिल की थी। इसके बाद लगातार 10 लोकसभा चुनावों में कांग्रेस उम्मीवार ही यहां सांसद चुना गया। कमलनाथ ने 1980 में पहली बार छिंदवाड़ा से लोकसभा चुनाव लड़ा और फिर 1996 तक कमलनाथ परिवार का ही इस सीट पर कब्जा रहा। साल कांग्रेस का अभेद्द किला बन चुकी इस सीट पर बीजेपी ने सबसे पहली सेंध 1997 में लगाई थी। दरअसल कमलनाथ के हवाला कांड के आरोप में घिरने के बाद 1996 के लोकसभा चुनाव में कमलनाथ की जगह उनकी पत्नी अल्का नाथ को टिकट दिया गया था। तब वह भी चुनाव जीत गई थीं। लेकिन जब कमलनाथ आरोपों से बरी हुए तो उनकी पत्नी ने जीत के 8 महीने बाद ही सांसद पद इस्तीफा दे दिया। इसके बाद 1997 में हुए उपचुनाव में कमलनाथ खड़े हुए।
बीजेपी ने इसे महिला का अपमान बताया और मुद्दे को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। नतीजन कमलनाथ यह चुनाव हार गए और पहली बार बीजेपी उम्मीदवार छिंदवाड़ा से सांसद बना। हालांकि 1998 में फिर चुनाव हुए और एक बार फिर कमलनाथ ही सासंद चुने गए। लगातार 2014 तक जीत हासिल करने के बाद कमलनाथ ने ये सीट साल 2019 में अपने बेटे नकुलनाथ को दे दी। नकुलनाथ ने भी 2019 का चुनाव जीत लिया लेकिन इस बार मोदी लहर नाथ परिवार पर भारी पड़ गई और बीजेपी उम्मीदवार ने नकुलनाथ को पटखनी दे दी।
छिंदवाड़ा में इस बार कांग्रेस ने फिर से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ पर दाव खेला, जबकि भाजपा ने इस सीट पर 2019 में कांग्रेस से पराजित हुए अपने पूर्व प्रत्याशी बंटी विवेक साहू को मैदान में उतारा था। तीन बजे तक सामने आए रुझानों के अनुसार बीजेपी प्रत्याशी साहू ने पांच लाख 99 हजार 323 मत हासिल कर एक लाख से अधिक मतों की बढ़त बना ली है। यहां पर दूसरे नंबर पर बरकरार कांग्रेस के नकुलनाथ ने चार लाख 93 हजार से अधिक मत हासिल किए। अब तक मिले रुझानों के अनुसार छिंदवाड़ा के 6,999 मतदाताओं ने इस197 चुनाव में नोटा को चुना है। यहाँ कुल 15 प्रत्याशी मैदान में हैं। इस सीट पर पिछले लगभग चार दशकों से वरिष्ठ नेता कमलनाथ और उनके परिवार का कब्जा रहा है, जिसमें अब भाजपा सेंध लगाती दिख रही है।
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