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सरस डेयरी में राज्य सरकार की ओर से दिए जाने वाले अनुदान में गबन का मामला सामने आया है। डेयरी में कार्यरत अकाउंटेंट ने दस्तावेजों में गड़बड़ी कर अपनी पत्नी व बहन के बैंक खातों में करीब 4 लाख रुपए जमा करवाए थे। इस गबन को लेकर डेयरी चेयरमैन रामलाल पुत्र प
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शास्त्री नगर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पश्चिमी राजस्थान दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष रामलाल पुत्र पप्पाराम बिश्नोई ने डेयरी के अकाउंटेंट पंकज तिवारी, उसकी पत्नी लिना व बहन सरिता, तत्कालीन प्रबंध संचालक सुधीर शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।
इस तरह से किया गबन
रिपोर्ट में बताया कि राज्य सरकार ने एक फरवरी 2019 को मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत दुग्ध उत्पादकों को दुग्ध संकलन के लिए दो रुपए प्रति लीटर अनुदान शुरू किया था, जिसे अप्रैल 2022 में पांच रुपए प्रति लीटर कर दिया गया था। दुग्ध उत्पादकों की सूची दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियां ही कृषक संगठन संघ को भेजती थी। इस पर अनुदान राशि दुग्ध उत्पादकों के बैंक खातों में जमा की जाती थी।
आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 1 अक्टूबर 2022 को अकाउंटेंट पंकज की पत्नी लिना के नाम 3,23,126 रुपए का चेक और बहन के नाम 1,00,990 रुपए का एक अन्य चेक जारी किया था, जो उनकी बैंक में जमा करवाया गया।
गलत जानकारी दी
एफआइआर में आरोप है कि 7 नवम्बर 2022 को संचालक मंडल की बैठक में तत्कालीन एमडी शर्मा ने किसानों को नौ लाख रुपए अनुदान का भुगतान करने की जानकारी दी थी, जो गलत थी। जबकि 4.33 लाख रुपए इन दो महिलाओं के खातों में जमा करवाई गई थी।
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