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Helicopter Crash updates : ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत के बाद कई सवाल उठ रहे हैं. जब यह हादसा हुआ, तब रईसी अजरबैजान बॉर्डर इलाके से लौट रहे थे. उनके काफिले में कुल 3 हेलीकॉप्टर थे, बाकी 2 हेलीकॉप्टर सुरक्षित हैं, लेकिन रईसी का हेलीकॉप्टर ही पूरी तरह से ध्वस्त हुआ. जबकि उनका हेलीकॉप्टर अच्छी कंडिशन वाला था. यही बात कई सवालों को जन्म दे रही है कि आखिर क्यों राष्ट्रपति वाला ही हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुआ है. कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि यह हादसा ईरान और इजराइल युद्ध के बीच हुआ है, इसलिए इसको इजराइल से जोड़कर भी देखा जा रहा है.
इसलिए किया जा रहा इजरायल पर शक
दरअसल, इजराइल अक्सर दुश्मनों को विदेशी जमीन पर मारने की साजिश रचता है. ऐसे ऑपरेशन को इजराइल की खुफिया एजेंसी मौसाद अंजाम देती है. अजरबैजान और इजराइल के राजनयिक संबंध भी काफी मजबूत हैं. 2012 में द लंदन टाइम्स अखबार में छपे एक लेख में दावा किया गया था कि मौसाद ईरान पर नजर रखने के लिए अजरबैजान की जमीन का इस्तेमाल कर रहा है. एक तथ्य ये भी बताया जाता है कि अजरबैजान में इजराइली एजेंटों की तुलना में ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड ज्यादा सक्रिय हैं, लेकिन इस लेख में इजराइल एजेंट ने कहा था कि हमारा और उनके काम करने का तरीका अलग है. अजरबैजान और ईरान के बीच भी समय-समय पर तल्खी आने की मुख्य वजह इजराइल ही रहा है.
‘इजराइल का हाथ हुआ तो अंजाम अच्छे नहीं होंगे’
अगर इस हमले में इजराइल का हाथ पाया जाता है तो अजरबैजान और ईरान के रिश्ते फिर बिगड़ सकते हैं. हिज्बुल्ला ने धमकी दे दी है कि अगर इजराइल का इस मामले में हाथ पाया गया तो अंजाम अच्छे नहीं होंगे. क्षेत्र में तनाव और बढ़ सकता है. जानकार मानते हैं अगर ऐसा हुआ तो दुनिया को एक और जंग का सामना करना पड़ेगा, जिससे कच्चे तेल और सोना जैसे उत्पाद महंगे हो सकते हैं.
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