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लोकसभा चुनावों के बीच भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। झारखंड के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया। षाड़ंगी ने पार्टी नेताओं पर अपमानित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर पार्टी के शीर्ष नेताओं को कई बार सूचना दी गई, लेकिन इस मामले पर किसी तरह का ऐक्शन नहीं लिया गया। इससे आहत होकर षाड़ंगी ने आज प्रदेश प्रवक्ता पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी पर कई आरोप लगाए हैं। आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला।
लोकसभा चुनावों के बीच में पार्टी से नाराजगी जताते हुए षाड़ंगी ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को अपना इस्तीफा भेजा है। इस्तीफे में षाड़ंगी ने कहा है कि पिछले छह माहीने से पार्टी के स्थानीय संगठन की ओर से सुनियोजित साजिश के तहत उन्हें अपमानित करने के उद्देश्य से पार्टी के कार्यक्रमों से दूर रखा जा रहा है। पूर्वी सिंहभूम जिले के मेरे समर्थकों के साथ भी ऐसा ही रवैया अपनाया जा रहा है। उन्होंने लिखा कि प्रदेश के संगठन महामंत्री और प्रदेश प्रभारी को लगातार इसकी सूचना देता रहा हूं। इसके बाद भी पार्टी ने इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया। इससे आहत होकर मैं प्रदेश प्रवक्ता के पद से इस्तीफा दे रहा हूं।
बता दें कि झारखंड में 14 लोकसभा सीटें हैं। यहां झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के बीच गठबंधन है, वहीं भाजपा और आजसू के बीज गठबंधन में यह चुनाव लड़ा जा रहा है। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने झारखंड की 14 में से 11 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की झारखंड में रैली थी। इस दौरान उन्होंने इंडिया गठबंधन के नेताओं पर जमकर निशाना साधा। हालांकि, इस दौरान भाजपा को एक झटका भी लग गया। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी के नेताओं पर कई आरोप लगाए हैं।
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