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UP lok Sabha Election 2024
– फोटो : अमर उजाला
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अवध, पूर्वांचल एवं बुंदेलखंड में इंडिया गठबंधन के नए प्रयोग की परीक्षा है। पार्टी ने इस इलाके में न सिर्फ प्रत्याशी उतारने में सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाया है बल्कि जातिगत समीकरण को धार देने के लिए संबंधित बिरादरी के नेताओं को भी मैदान में उतार दिया है।
सियासी जानकारों का कहना है कि इस प्रयोग के सकारात्मक नतीजे आए तो प्रदेश की राजनीति की दिशा बदल सकती है। पांचवें, छठवें और सातवें चरण में 41 सीट पर चुनाव हो रहे हैं। पांच सीटें बुंदेलखंड की हैं, जबकि 36 अवध और पूर्वांचल की हैं।
इन सीटों पर गठबंधन के उम्मीदवारों की संख्या देखें तो दो क्षत्रिय व पांच ब्राह्मण सहित सामान्य वर्ग के 11 उम्मीदवार हैं। आठ कुर्मी, पांच निषाद, एक यादव, एक पाल सहित 19 पिछड़ी जाति के हैं। 11 दलितों में चार पासी समाज के हैं। मुस्लिम सिर्फ एक है।
अब इंडिया गठबंधन की ओर से चुनाव प्रचार की कमान सौंपते वक्त भी सोशल इंजीनियरिंग का ध्यान रखा जा रहा है। विधानसभा क्षेत्रवार जिस इलाके में जिस जाति का वर्चस्व है, उसमें उसी जाति के नेता को उतारा गया है। ताकि पार्टी की बात को आसानी से समझा सकें।
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