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मध्य प्रदेश में एक पूर्व महामंडलेश्वर के कारनामे उजागर होने के बाद सभी दंग हैं। उज्जैन पुलिस ने निरंजनी अखाड़े से निष्कासित की गई पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी उर्फ ममता जोशी पर शिकंजा कस दिया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल ठगी के एक मामले में मंदाकिनी पुरी के खिलाफ एक व्यापारी ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। जिस पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। इससे बचने के लिए महामंडलेश्वर मंदाकनी पूरी ने कीटनाशक पी लिया था और गंभीर अवस्था में अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
अब हालत ठीक होते ही पुलिस ने मंदाकनी पूरी को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि ममता जोशी के खिलाफ पुलिस को और भी शिकायतें मिली हैं जिस पर जांच-पड़ताल के बाद एफआईआर दर्ज हो सकती है। हालांकि, फ़िलहाल 2 लोगों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। पूछताछ और जांच के बाद पुलिस मंदाकिनी को कोर्ट में पेश करेगी।
मंदाकनी पुरी पर झांसा देने के कई आरोप
चिमनगंज थाने में निरंजनी अखाड़े के संत सुरेश्वरानंद पुरी महाराज ने 6 मई की रात महामंडलेश्वर मंदाकनी पुरी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था। मामला दर्ज होते ही मंदाकनी पूरी को महामंडलेश्वर के पद से हटा दिया गया। मामले की जानकारी लगते ही मंदाकनी पुरी ने कीटनाशक पी कर जान देने का प्रयास किया और गंभीर हालत में अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती हो गईं। इस दौरान महंत ने पुलिस को बताया था कि महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी उर्फ ममता जोशी ने पंचायती निरंजनी अखाड़े में महामंडलेश्वर की उपाधि दिलवाने के नाम पर 7 लाख 50 हज़ार रुपये लिए और बाद में वो पलट गईं। अखाड़ा परिषद् में संपर्क किया गया तो उन्हें बताया गया कि रुपये लेकर उपाधि नहीं दी जाती।
महंत का आरोप है कि जब इसके बाद उन्होंने रकम वापस मांगी तो मंदाकिनी ने पैसे देने से मना कर दिया। इसके बाद एक हर्बल कंपनी ने भी 2 लाख रुपये का माल लेने और रुपये नहीं देने की शिकायत पुलिस से की थी। वंही जयपुर के महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर ने 10 मई को महाकाल थाने में शिकायत दर्ज कराई और उन पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘मैं निजी स्कूल के शिक्षक से संत बना हूं। इस दौरान मंदाकिनी पुरी ने आचार्य महामंडलेश्वर बनाने का झांसा देकर कहा था कि अखाड़े में प्रमोशन हो जाएगा, लेकिन 10 से 12 लाख रुपये लगेंगे। मैंने यह राशि उन्हें पिछले सात महीने में अलग-अलग किस्तों में दिए। उन्हें कुल 8 लाख 90 हजार ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए थे।’ इस मामले की शिकायत महाकाल थाना पुलिस को की गई है।
अखाड़ा परिषद को शिकायत
इसी तरह महामंडलेश्वर सुमन भाई ने अखाड़ा परिषद को शिकायत में बताया था कि मंदाकिनी पुरी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से करीबी संबंधों का हवाला देकर ठगी के जाल में फंसाने की कोशिश की थी और कहा था कि अमित शाह से बोलकर वो उन्हें राज्यपाल बनवा देंगी। इसके अलावा यह भी आरोप है कि उन्होंने खुद को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का करीबी बताकर एक अन्य महिला साध्वी को गौ संवर्धन बोर्ड का अध्यक्ष बनाने का झांसा भी दिया था। इसके बदले रुपयों की मांग की गई थी लेकिन रुपये नहीं होने का हवाला देकर मना कर दिया गया था। मंदाकिनी पुरी पर एफआईआर होने के बाद दूसरे लोग भी शिकायत लेकर पुलिस और अखाड़ा परिषद के पास पहुंच रहे हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयंत राठौर ने बताया की निष्काषित महामंडलेश्वर मंदाकनी पूरी का अस्पताल से डिस्चार्ज होने पर महिला पुलिस अधिकारी द्वार पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है उनके खिलाफ चिमनगंज थाना और महाकाल थाने पर एफआईआर दर्ज की गई है। महिला पुलिस अधिकारी जांच और पूछताछ कर रही है आगे की क़ानूनी कार्यवाही की जाएगी।
रिपोर्ट : विजेन्द्र यादव
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