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उर्वी की घर वापसी
– फोटो : अमर उजाला
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ससुराल वालों की प्रताड़ना के चलते तलाक लेने के बाद पिता के घर पहुंची इंजीनियर उर्वी को अब शादी नाम से डर लगता है। कहती हैं कि जो मैंने आठ साल झेला, भगवान न करे कोई और बेटी ऐसे दुख से गुजरे। शादी के बाद पति व ससुराल वालों ने तो मेरे ख्वाब ही तोड़ दिए। उसका ध्यान सिर्फ और सिर्फ अपने व बेटी के भविष्य पर केंद्रित है।
आठ फरवरी को पति से तलाक लेने के बाद रविवार को चकेरी के विमाननगर अपनी ससुराल के गेट पर शादी की चुनरी बांधकर निराला नगर अपने मायके पहुंचीं। इसके बाद देर रात ही पांच साल की बेटी राव्या को लेकर दिल्ली चली गईं। वे पालम एयरपोर्ट में नौकरी करती हैं।
बेटी की ‘घर वापसी’: ससुराल में घुट-घुटकर जी रही थी, धूमधाम से पिता ले गया मायके
फोन पर उन्होंने बताया कि मेहनत कर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। दिल्ली में अच्छी नौकरी भी लग गई। पिता ने शादी तय की तो सोचा था कि ससुराल में भी वही प्यार-दुलार मिलेगा। ससुराल पहुंचने के कुछ दिन बाद ही समझ आ गया कि उसके सपने टूट गए।
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