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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
– फोटो : amar ujala
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के घोषणापत्र को लोकतंत्र के लिए घातक करार दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा विकास, सुरक्षा और सुशासन के मुद्दे के साथ चुनाव में उतरी थी। मगर पहले चरण से ठीक पहले कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में देश के तालिबानीकरण से लेकर जनता की संपत्ति और पर्सनल लॉ जैसे मुद्दों को समर्थन दिया, जिसके जरिए वह मजहबी आधार पर देश के विभाजन की आधारशिला रखना चाहती है। भाजपा हर हाल में इसका पुरजोर विरोध करेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सलाहकार सैम पित्रोदा का वक्तव्य सबने पढ़ा है। यूपीए सरकार रंगनाथ मिश्रा कमेटी और सच्चर कमेटी की रिपोर्ट लेकर आई थी। कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने पिछड़े वर्ग के आरक्षण में जबरदस्ती मुस्लिमों को डालकर ओबीसी के अधिकारों का बंदरबांट किया है। विरासत टैक्स, संपत्ति का एक्स-रे कराने की बात, संपत्ति को कब्जे में लेने की बात करके ये लोग मजहबी आधार पर देश के विभाजन की आधारशिला रखना चाहते हैं।
विरासत की संपत्ति का आधा हिस्सा लेने और पर्सनल लॉ जैसे कानून को फिर से लागू करने की बात ये लोग कर रहे हैं। देश का विभाजन इन्हीं कारणों से हुआ था। अगर कोई राजनीतिक दल ऐसा करने की कोशिश करेगा, तो उसका विरोध हर हाल में होगा। योगी ने कहा कि आम आदमी की संपत्ति पर डकैती डालने का प्रयास नहीं करने देंगे। जनता अपने एक-एक वोट के जरिए इस पर पानी फेरने का काम करे।
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