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छोटेलाल गंगवार
– फोटो : अमर उजाला
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बरेली के चुनाव से पहले ही सियासी मैदान से बसपा बाहर हो गई है। बसपा प्रत्याशी छोटेलाल गंगवार का नामांकन पत्र खारिज हो गया है। शनिवार सुबह 11 बजे नामांकन पत्रों की जांच शुरू हुई। बसपा प्रत्याशी मास्टर छोटेलाल गंगवार के नामांकन पत्र के साथ दाखिल शपथपत्र में कुटुंब और ई-मेल के कॉलम खाली पाए गए।
जिला निर्वाचन अधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार शपथ पत्र का कोई भी कॉलम खाली नहीं रहना चाहिए। लिहाजा, नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया। यही हाल आईएमसी जिलाध्यक्ष के नामांकन पत्र का रहा। उन्होंने तीन पेज ही खाली छोड़ दिए थे। वहीं, अन्य खारिज हुए परचों में भी ज्यादातर ने कॉलम छोड़े थे। जांच के बाद बरेली सीट से 14 नामांकन पत्र वैध पाए गए तो 14 निरस्त हुए। वहीं, आंवला सीट से नौ परचे वैध मिले, 11 परचे निरस्त हुए।
मायावती से पूछताछ के बाद वैध हुआ आबिद का परचा
आंवला में बसपा प्रत्याशी होने का दावा करते हुए आबिद अली और सत्यवीर सिंह ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। दो नाम होने के कारण पहले नामांकन कराने वाले आबिद अली का नामांकन निरस्त श्रेणी में डाल दिया गया। पता चलने पर पार्टी पदाधिकारियों ने सत्ता पक्ष के इशारे पर परचा खारिज करने का आरोप लगाया। आपत्ति पर शनिवार को ऑर्ब्जवर और निर्वाचन अधिकारी ने बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती से वीडियो कॉल पर सच्चाई जानी। मायावती ने आबिद अली को ही पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी बताया तो उनका नामांकन वैध घोषित कर दिया गया।
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