डॉ0 परमेश्वर दयाल श्रीवास्तव
सोनभद्र ।
सोनाञ्चल के सिहावल में 57 फीट ऊंचे धर्मध्वज की सविधि स्थापना की गई। जनपद के घोरावल तहसील मुख्यालय से दो कोस दक्षिण द्वितीय काशी के ख्यात नाम से अभिधानित शिवद्वार अञ्चल में शिवद्वार धाम से दो कोस पूरब गुप्तकाशी की तपस्थली सिहावल में विराट रुद्र महायज्ञ के आरम्भ से पहली फहराया धर्मध्वज जिसका प्रतिदिन होगा पूजन।
इसकी जानकारी देते हुए विराट रुद्र महायज्ञ के अध्यक्ष पण्डित रामनिवास शुक्ल ने बताया कि यज्ञारम्भ होगा 9 अप्रैल नवरात्रि प्रस्थापना दिवस से जो समूचे नवरात्रि चलेगा। महायज्ञ के साथ ही कथा प्रवचन एंव अन्य कार्यक्रम भी आयोजित होंगे सिहावल तरणताल परिसर में। भिखारी भोले सेवा ट्रस्ट शिवशक्ति महिलामण्डल एवं सोन विंध्य गंगा सेवा संस्कृति संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में यज्ञादिक कार्यालय आयोजित होने की जानकारी देते हुए विराट रुद्र महायज्ञ के अध्यक्ष ने कहा कि पूरी धर्मनिष्ठा से सनातन परम्परा का निर्वहन करते हुए आद्योपांत चलेगा यज्ञ 9 से 17 अप्रैल तक तथा समापन भण्डारा प्रसाद वितरण से फलित होगा।
स्मरणीय है कि जनपद में अबतक शिवद्वार व अन्यान्य स्थानों पर अधिकतम 51 फीट ऊँची धर्माध्वजा ही यज्ञ प्रारम्भ होने से पूर्व स्थापित हुई है। सिहावल तपस्थली पर 57 फीट ऊँचा धर्मध्वज स्थापित होने स्वयं में एक कीर्तिमान है। आरती देवी मंदिर में करने के पश्चात पण्डित वेदान्ती ने सुनिश्चित स्थल पर मंत्रोच्चार व विधिविधान के साथ ध्वज पूजन कराया तथा 57 फीट ऊंचाई पर ध्वज खड़ा होने पर वहाँ विधिवत पूजन कराया। धर्मध्वज पूजन एवं स्तम्भवेदिका पर पूजन करने वाले लोगों में पण्डित रामनिवास शुक्ल,अमरनाथ सिंह पटेल, विनोद कुमार तिवारी, डॉ0 परमेश्वर दयाल श्रीवास्तव “पुष्कर”, लवकुश कुमार के साथ धर्मप्राण श्रद्धालुओं की लम्बी श्रृंखला मौजूद रही। भिक्षु भिखारी बाबा जंगलीदास दीनबंधु रामशंकर गिरि जी महाराज की महत्वपूर्ण समुपस्थिति रही तथा इनके साथ संतों का समुदाय उपस्थित रहा समूचे कार्यक्रम में।