अजित सिंह
*गुफा में स्थित सिद्धपीठ आस्था और विश्वास का बना हुआ है परमधाम
डाला, सोनभद्र। श्री सिद्धपीठ शिव पार्वती अमर गुफा दुबरा घाटी सलाईबनवा हजारों लोगों के आस्था का केंद्र बना हुआ है। जहां महाशिवरात्रि पर्व को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। सोनभद्र जिला
मुख्यालय से 34 किलोमीटर दूर सलाईबनवा, डाला श्री सिद्ध पीठ शिव पार्वती अमर डम डम गुफा स्थित प्राचीन शिव मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है।महाशिवरात्रि पर भारी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। मंदिर समिति से जुड़े हुए पदाधिकारी बिजली, पेयजल सहित विभिन्न सुविधाओं को चुस्त-दुरुस्त करने में लगे हैं। समिति के अध्यक्ष भानु प्रताप ने बताया है कि शिवरात्रि महोत्सव का आरंभ आगामी शुक्रवार को हल्दीलेपन सिंगार व पूजन कार्यक्रम के साथ आरंभ होगा। उन्होंने बताया कि इस फाल्गुन महाशिवरात्रि की सही तिथि साल 2024 में फाल्गुन मास कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का आरंभ 8 मार्च 2024 को रात 9 बजकर 57 मिनट पर होगा और अगले दिन यानी 9 मार्च 2024 को शाम 6 बजकर 17 मिनट पर समाप्त होगा। इस अवसर पर 9 मार्च को विशाल भंडारा का आयोजन समिति द्वारा किया गया है। इस बार रात्रि पूजा मुहूर्त के हिसाब से 8 मार्च को ही महाशिवरात्रि मनाया जाएगा। भारत अन्य देशों की तुलना में कई सदियों प्राचीन रहस्य, चमत्कार आदि चीजों को अपने अंदर समेटे हुए हैं। भारत के उत्तर प्रदेश सोनभद्र जंगलों और घाटियों के अंदर छिपी हुई प्राचीन और विशाल गुफाएं एक नहीं बल्कि हजारों चमत्कारी कहानियों के लिए प्रसिद्ध हैं। भारत के सबसे अधिक राजस्व देने वाला उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में मौजूद डम डम गुफाएं सिर्फ प्राचीन काल से भी पूर्व माने जाने वाली ये गुफाएं उत्तर प्रदेश पूर्वांचल का प्रमुख पर्यटन स्थल भी है। सोनभद्र डाला सलाई बनवा डम -डम गुफा सबसे प्राचीन, पवित्र और धार्मिक गुफाओं में से एक है। लगभग 27 मीटर पर मौजूद इस गुफा में भगवान शिव, माता पार्वती गणेश भगवान का दर्शन के लिए हर साल लाखों भक्त पहुंचते हैं। इस गुफा को हिंदू देवी-देवताओं का घर भी माना जाता है। यह गुफाएं 1000 हज़ार साल से भी प्राचीन मानी जाती हैं।
भारत में घूमने लायक जगहों की कोई कमी नहीं है। यहां एक से बढ़कर एक ऐसी जगहे हैं, जो अपनी खूबसूरती से लोगों का मन मोह लेती हैं। चूंकि उत्तर प्रदेश सोनभद्र का इतिहास बेहद ही समृद्ध रहा है, इसलिए यहां घूमने लायक ऐतिहासिक जगहों की भी कोई कमी नहीं है, चाहे एतिहासिक इमारतें हों, महल, किले, मंदिर या गुफाएं ही क्यों न हों। यहां एक से एक प्राचीन गुफाएं हैं, जिनका इतिहास हजारों साल पुराना है। इन गुफाओं में आकर आपको ऐसा लगेगा, जैसे किसी और दुनिया में आ गए हों। इन जगहों पर बड़ी संख्या में लोग घूमने के लिए आते हैं, क्योंकि यहां सोनभद्र प्राचीन इतिहास को बिल्कुल करीब से देखने का मौका मिलता है।