रविशंकर पाण्डेय
आकांशी जनपद कार्यक्रम के तहत जिले में शिक्षा के क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों की बुनियादी साक्षरता ज्ञान को बढ़ाने के लिए निपुण भारत मिशन कार्यक्रम का प्रारंभ जिला कार्यक्रम अधिकारी राजीव सिंह द्वारा किया जा चुका है उक्त क्रम में आज विकास खण्ड सभागार बभनी में पिरामल फाउंडेशन के सहयोग से सभी आंगनवाड़ी का एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया कार्यशाला में पिरामल फाउंडेशन के जनपद प्रतिनिधि वीरेंद्र कुमार पाण्डेय ने बताया कि यह एप बच्चों को स्वयं पढ़ने लिखने और सीखने में मददगार साबित होगा बच्चे ■कहानियां भी पढ़ पाएंगे एक – भाषा में एक हजार से अधिक • कहानियां होंगी उपलब्ध
यह गूगल रीड अलोंग ऐप में हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, बंगाली, उड़िया, कन्नड़ व तेलगु शामिल हैं।
साथ ही ऐप में प्रत्येक भाषा मे 1000 • से ज्यादा कहानियां उपलब्ध हैं। सीखने की इस प्रकिया को चार भागों में बांटा गया है।
पहला स्तर लेवल 1 में अक्षर ज्ञान होगा।
दूसरे में शब्द ज्ञान, वाक्य ज्ञान को तीसरे लेवल में
साथ पढ़ो रखा गया है।
वहीं चौथे और आखरी लेवल में कहानी को रखा गया है।
Read Along ऐप्प को डाउनलोड करें
ऐप को https://play.google .com/store/apps/ details?id=com.go ogle.android.apps. seekh से डाउनलोड किया जा सकेगा। प्रदेश का पार्टनर कोड bsaup001 है।
दिया दीदी पढ़ेगी कहानी, पीछे-पीछे उच्चारण करेंगे बच्चे। एप में दिया नाम की रीडिंग ट्यूटर होगी। यह बच्चों के लिए कहानियां पढ़ेगी। इसके पीछे-पीछे बच्चे उच्चारण करेंगे। इस दौरान कठिन शब्दों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसमें मात्रा से लेकर छोटे बच्चे कठिन शब्दों का उच्चारण भी सहजता से बोल पाएंगे। दूसरी ओर कम पढ़े लिखे माता पिता भी अपने बच्चों के लिए इस ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। बच्चों के साथ-साथ माता-पिता भी आसानी से इसे
चलाना सीख सकते हैं। ऐप को यूजर फ्रेंडली बनाया गया है। इसमें बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाया जाएगा। साथ ही उनके लिए कई खेल की एक्टिविटी भी मौजूद होंगी। यह सुविधाएं मिलेंगी। इसके इस्तेमाल के लिए कोई शुल्क नहीं, बगैर इंटरनेट के ही करेगा काम, जोयफुल लर्निंग, शिक्षाप्रद मजेदार कहानियां का भंडार, उपयोग में आसान, अंग्रेजी सीखने में सहायक, माता-पिता के लिए निगरानी टूल्स, रीडिंग ट्यूटर की सुविधा, एक ही समय में अलग-अलग टूल्स का इस्तेमाल. अतः आप सभी इस ऐप का स्वयं उपयोग करने के साथ-साथ समस्त शिक्षको, बालकों, अभिभावकों, एवम अधिक से अधिक युवाओं तक भी पहुंचने में सहयोग करें। निपुण भारत का सपना हर बच्चा सीखें भाषा और गणना उक्त कार्यशाला में up tsu से अमित द्विवेदी icds से विशाल पाण्डेय समेत सभी आंगनबाड़ी उपस्थित रहीं ।