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फर्रुखाबाद के अस्पतालों में मरीजों से खुलेआम लूट हो रही है। निजी अस्पताल में चार गुना ज्यादा कीमत पर इंजेक्शन बिकते मिले।
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मेडिकल स्टोर पर निरीक्षण करते औषधि निरीक्षक रजत पांडेय
– फोटो : अमर उजाला
जिला औषधि निरीक्षक ने शनिवार को निजी अस्पतालों में चल रहे मेडिकल स्टोरों पर छापा मारा। इसमें एक मेडिकल स्टोर पर चार गुना प्रिंट रेट पर इंजेक्शन बिकता मिला, जबकि एक मेडिकल स्टोर बिना पंजीकरण के ही चलता पाया गया। जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय ने शासन से निर्धारित मानक चेक करने के लिए शहर के मसेनी चौराहा लकूला रोड स्थित कुलवंती हॉस्पिटल में संचालित वैभव मेडिकल स्टोर का निरीक्षण किया।
इस दौरान दो दवाओं के नमूने भरे। कम तापमान पर भंडारित करने के लिए रेफ्रिजरेटर की व्यवस्था नहीं थी। वहां उन्होंने ऑक्सीटाप इंजेक्शन सीज कर दिया। इसके बाद वह अंजली हॉस्पिटल में चल रहे महादेव मेडिकल स्टोर पहुंचे। वहां 300 रुपये कीमत वाले दो इंजेक्शन मेरोपेनम एवं मेरोपेनम सलबैक्टम पर 1200 रुपये एमआरपी लिखी थी। औषधि निरीक्षक ने बताया कि चार गुने प्रिंट रेट पड़े होने के मामले में कार्रवाई के लिए वह नेशनल फार्मास्युटिकल्स प्राइज अथॉर्टी को पत्र लिखेंगे।
इसके बाद औषधि निरीक्षक सोम हॉस्पिटल पहुंचे। वहां बिना पंजीकरण कराए ही मेडिकल स्टोर चलता मिला। इस पर उन्होंने चेतावनी देते हुए दवा भंडारण के लिए पंजीकरण कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही कमियां मिलने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया। औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय ने बताया कि दो दवाओं के नमूने जांच के लिए राजकीय प्रयोगशाला लखनऊ भेजे गए। उन्होंने बताया कि शासन से निर्धारित मानक पूरा कराने के लिए अभियान जारी रहेगा।
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