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<p style="text-align: justify;">ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के दफ्तर ने पिछले महीने 10 डाउनिंग स्ट्रीट में आयोजित दीवाली रिसेप्शन के फूड मेन्यू को लेकर आलोचना के बाद माफी जारी की है. इस कार्यक्रम का मकसद ब्रिटिश हिंदू, सिख और जैन समुदायों के साथ दीवाली उत्सव मनाना था, लेकिन मांस और शराब परोसे जाने के कारण विवाद उठ खड़ा हुआ. इस आयोजन में परंपरागत दीवाली जैसे पूजा, दीप जलाना, प्रधानमंत्री का संबोधन और भारतीय नृत्य प्रदर्शन शामिल थे. लेकिन कुछ मेहमानों ने जब मांसाहारी भोजन और शराब की मौजूदगी पर आपत्ति जताई, तो उन्हें बताया गया कि ये चीजें खासतौर पर अनुरोध की गई थीं. इस फैसले ने उन समुदायों में असंतोष पैदा किया, जिनकी धार्मिक मान्यताएं मांस और शराब से परहेज करती हैं.</p>
<p style="text-align: justify;">यह घटनाक्रम पिछले साल के दीवाली रिसेप्शन के मुकाबले पूरी तरह से अलग था, जब उस समय के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने मांस और शराब दोनों पर रोक लगाई थी. इस साल के मेनू के कारण खासकर भारतीय समुदाय के बीच नाराजगी देखने को मिली, जो पारंपरिक दीवाली की रस्मों का पालन करते हैं.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पीएम के प्रवक्ता ने मांगी माफी</strong></p>
<p style="text-align: justify;">ब्रिटेन के पीएम के दफ्तर से एक प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर खेद जाहिर किया है. प्रवक्ता ने कहा, "प्रधानमंत्री ने दीवाली मनाने के लिए कई समुदायों का स्वागत किया. लेकिन आयोजन में एक गलती हो गई. हम इस मुद्दे की गंभीरता को समझते हैं और समुदाय से माफी मांगते हैं. हम यह आश्वासन देते हैं कि भविष्य में ऐसी घटना नहीं होगी."</p>
<p style="text-align: justify;">यह माफी ब्रिटिश भारतीय समुदाय के बीच सांस्कृतिक संवेदनशीलता को लेकर उठे सवालों के बाद जारी की गई है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>कंजर्वेटिव पार्टी की सांसद ने दी ये नसीहत</strong></p>
<p style="text-align: justify;">कंजर्वेटिव पार्टी की सांसद शिवानी राजा ने कीर स्टार्मर को पत्र लिखकर दिवाली समारोह में हिंदू परंपराओं की अनदेखी पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि इस साल का आयोजन उन रीति-रिवाजों का सम्मान नहीं करता जो ब्रिटिश नागरिकों के लिए काफी अहम हैं. शिवानी राजा ने यह भी कहा कि वह भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए लेबर पार्टी को उचित सलाह देने के लिए तैयार हैं ताकि हिंदू परंपराओं का पालन हो सके.</p>
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