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दहेज के लिए तीन बच्चों की मां को जबरन जहर पिलाकर मारने का मामला महिला थाने में दर्ज कराया गया है।
शादी में कम दहेज लाने के लिए परेशान करने, एक लाख रुपए और बाइक की मांग पूरी नहीं करने पर तीन बच्चों की मां को जबरन जहर पिलाकर मारने का मामला सामने आया है। इस संबंध में मृतका की मां ने अपनी पुत्री के पति, सास-ससुर, जेठ-जेठानी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया
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पुलिस के अनुसार इंदिरा देवी (50) पत्नी लीलूराम मेघवाल निवासी छापांवाली पीएस सादुलशहर जिला श्रीगंगानगर ने लिखित रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि उसकी पुत्री सुमन की शादी करीब 9 वर्ष पूर्व इन्द्राज पुत्र हरीकृष्ण मेघवाल निवासी गांव पक्कासारणा पीएस सदर हनुमानगढ़ के साथ हुई थी। उसकी पुत्री गांव पक्कासारणा के पास खेत में बनी ढाणी में अपने पति व बच्चों के साथ रहती थी। उसकी पुत्री के सास-ससुर गांव पक्कासाारणा में रहते हैं। शादी के बाद से ही सुमन का पति इन्द्राज, ससुर हरीकृष्ण, सास गुड्डीदेवी, जेठ सुरेन्द्र कुमार, जेठानी सुनीता उर्फ रानी उसकी पुत्री को कम दहेज लाने की बात कहकर ताने मारने लगे। उससे मारपीट करते।
कई बार पंचायत भी हुई। पंचायत में ससुराल पक्ष के लोग अपनी गलती स्वीकार कर उसकी पुत्री को अपने साथ घर ले जाते। शादी के बाद उसकी पुत्री के तीन संतानें हुईं। इनमें दो लड़की प्रिया (5), लाडो (3) वर्ष व डेढ़ साल का एक लड़का सौरव है। ससुराल पक्ष के लोग सौरव के जन्म के बाद छुछक में 1 लाख रुपए व बाइक की मांग को लेकर उसकी पुत्री सुमन को परेशान करने लगे। अक्सर सुमन के साथ मारपीट करते। बुधवार की शाम करीब 6 बजे सुमन ने उसे कॉल कर रोते हुए बताया कि उसके साथ इन्द्राज, गुड्डी देवी, सुरेन्द्र कुमार, सुनीता पत्नी सुरेन्द्र कुमार व हरीकृष्ण ने मिलकर मारपीट की व जान से मारने के लिए उसे बांधकर जहर पिला दिया है। मुझे इनसे बचा लो। ऐसा कहते हुए सुमन ने कॉल काट दी।
इस पर उसने अपने पुत्र मुकेश कुमार व पुत्री गोमती को तुरंत पक्कासारणा भेजा, लेकिन वहां सुमन के ससुराल पक्ष के लोग नहीं मिले। उसकी पुत्री ढाणी से बाहर करीब आधा किलोमीटर चलकर आ गई व रास्ते में पड़ी थी। उसके पुत्र मुकेश व पुत्री गोमती ने सुमन को पक्कासारणा के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। वहां से सुमन को टाउन के राजकीय जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया। रास्ते में सुमन ने दम तोड़ दिया। इंदिरा देवी के अनुसार सुमन के ससुराल पक्ष के लोग फरार हैं। वे उन्हें धमकी दे रहे हैं कि हमारा लड़का पुलिस में है, तुम हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हो। अगर एफआईआर दर्ज करवाई तो तुम्हे ही झूठे मुकदमे में फंसा देंगे।
पुलिस ने राजकीय जिला चिकित्सालय के मॉर्च्युरी कक्ष में रखा शव मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवा परिजनों को सौंप दिया। इस संबंध में बीएनएस की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच सीओ मीनाक्षी कर रही हैं।
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